

जनता, 15 लाख, 2 करोड़ रोजगार, राम मंदिर, राफेल घोटाला, नोटबंदी, जीएसटी सबका हिसाब करेगी
रायपुर (विश्व परिवार) । भारतीय जनता पार्टी और नरेन्द्र मोदी अपनी सरकार की नाकामियों और विफलताओं से ध्यान भटकाने की कितनी भी कोशिश कर लें, लोकसभा चुनाव में भाजपा और नरेन्द्र मोदी की वायदा खिलाफी सबसे बड़ा मुद्दा है। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के छदम् राष्ट्रवाद का ढोंग की कलई जनता के सामने खुल चुकी है। जनता मोदी के आत्मप्रपंच नहीं जन सरोकारों पर जवाब चाहती है। 2014 में नरेन्द्र मोदी ने युवाओं से सबसे बड़ा झूठ बोला था। उन्होने युवाओं से वायदा किया था हर साल उनकी सरकार दो करोड़ युवाओं को नौकरी देगी, 5 साल में 10 करोड़ युवाओं को रोजगार देने के बदले मोदी ने युवाओं को पकोड़ा तलने की सलाह दे डाली। 2014 में अंबिकापुर सहित देश की सौ आमसभाओं में नरेन्द्र मोदी, अमित शाह ने भाजपा की सरकार बनने पर हर मतदाता के खाते में 15 लाख रू. आने की बात कही थी, 5 साल बीत गये किसी के खाते में एक रू. भी नहीं आया। 2014 की चुनावी सभाओं में नरेन्द्र मोदी ने जगह-जगह जाकर लोगों से वादा किया था उनकी सरकार बनी तो गैस, डीजल, पेट्रोल के दाम सस्ता कर देंगे अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का दाम कम होने के बावजूद मोदी राज में पेट्रोलियम पदार्थो के दाम बढ़ गये और रसोई गैस के दाम 400 से बढ़कर 1000 हो गया। 2014 के चुनावों में भ्रष्टाचार भाजपा को सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा था लेकिन राफेल जैसे घोटाले में मोदी सरकार राफेल विमानों की वास्तविक कीमत जनता को नहीं बताना चाहती थी। कांग्रेस सरकार के समय जो विमान 570 करोड़ में खरीदा गया मोदी सरकार ने उसे 1632 करोड़ में खरीदा। किसानों को लागत मूल्य का डेढ़ गुना का वायदा करने के बाद भी मोदी सरकार ने समर्थन मूल्य नहीं बढ़ाया उल्टे छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने जब धान की खरीदी 2500 रू. प्रतिक्विंटल में खरीदना शुरू किया तो मोदी सरकार ने सेन्ट्रल पुल का कोटा बढ़ाने से इंकार कर राज्य के किसानों के साथ अन्याय किया। नोटबंदी जैसे अदूरदर्शी निर्णय जिससे जनजीवन तबाह हो गया, जीएसटी जैसी अव्यवहारिक योजना का भी जनता हिसाब मांग रही है।
प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि इन मुद्दों के अलावा भाजपा के वो परंपरागत वोटर जिन्हें वर्षो से भाजपा यह कहकर धोखा देती रही कि केन्द्र में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी तो अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण करायेंगे तथा कश्मीर से धारा 370 हटायेंगे भाजपा के वो परंपरागत वोटर भी भाजपा से सवाल पूछ रहे है कि केन्द्र में पांच वर्ष तक पूर्ण बहुमत की सरकार चलाने के बावजूद राम मंदिर, 370 पर भाजपा सरकार ने कुछ क्यों नहीं किया? सुप्रीम कोर्ट का बहाना बना कर क्यों टाला गया? लोग जानना चाहते है कि जब सब कुछ सुप्रीम कोर्ट को ही करना था फिर इन मुद्दों पर उनसे वोट क्यों लिया? भाजपा और मोदी सरकार पर 2019 के चुनाव में जनता की अदालत में कटघरे में खड़ी है। जनता उनके एक-एक वादा खिलाफी और जुमलेबाजी का हिसाब लेगी।