रायपुर (विश्व परिवार)। नगर पालिक निगम रायपुर की नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे, बीते शनिवार, मोतीबाग, प्रेस क्लब में मीडिया से मुखातिब हुई। इस दौरान उन्होंने स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान के तहत क्रमश: इंदौर, मोहाली और चंडीगढ़ यात्रा का अनुभव बताया। मीनल चौबे ने कहा कि इंदौर साफ-सुथरा और रैंकिंग में अव्वल शहर है, परन्तु आखिर इंदौर ने यह उपलब्धि कैसे हासिल की रायपुर निगम प्रशासन को यह समझनेे, सीखने और उसे क्रियान्वित करने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि इंदौर नगर निगम में कुल 19 जोन एवं 85 वार्ड, जहां डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के कार्य के साथ निगम द्वारा संचालित ट्रांसफर स्टेशन एवं प्रोसेसिंग प्लांट का निरीक्षण किया जाता है। सुखे और गीले कचरे को अलग-अलग कर उससे सौ टन से अधिक का खाद बनाकर लगभग 250 करोड़ से अधिक का मुनाफा कमाया जाता है। सफाई और अपने शहर को स्वच्छ बनाने इंदौर निगम प्रशासन के साथ नागरिक भी अपनी जवाबदेही को समझते हैं। इसी तरह मोहाली की कुल जनसंख्या 1 लाख 90 हजार के लगभग है, यहां 782 गार्डन है, जहां गाडिय़ों के माध्यम से घर-घर कचरा कलेक्शन के साथ ही नागरिकों को यह ताकीद किया जाता है कि शहर को स्वच्छ कैसे बनाये रखना है। चंडीगढ़ दौरे के दौरान वहां की महापौर सरबजीत कौर एवं निगम आयुक्त श्रीमती अनदिंता मित्रा ने जानकारी दी कि शहर के कुल 1800 गार्डन में 10 गार्डन 18 एकड़ से भी बड़े हैं, जहां गार्डन में ही कम्पोस्ट पीट बनाकर गार्डन के वेस्टों से कम्पोस्ट खाद बनाई जाती है। मीनल चौबे ने बताया कि देश के तीन प्रमुख शहरों के सर्वेक्षण यात्रा के बाद रायपुर निगम प्रशासन संकल्पबद्ध होकर रायपुर को राजधानी के योग्य स्वच्छ बनाने में जुट जाये, क्योंकि रायपुर नगर पालिक निगम में संसाधनों की कमी नहीं है, जरूरत है तो बस जवाबदेही होने की।
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