दीवानगंज (विश्व परिवार)। संत शिरोमणि आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य मुनि श्री 108 संधानसागर जी महाराज ने दीवानगंज में उपस्थित श्रोताओं को संबोधित करते हुए कहा कि- धीरज कमजोर की ताकत है, अधीरता ताकतवर की कमजोरी। पूज्य मुनिश्री जी ने कहा कि- टाईम इज द बेस्ट हीलर। पूज्य मुनश्री जी ने हरीवंश राय बच्चन की कविता- वक्त ही तो है गुजर जाएगा-गुजर जाएगा पढ़कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। पूज्य मुनिश्री जी ने कहा- मुश्किलें बहुत है पर डरना नहीं चाहिये, न ही धीरज खोना चाहिये, धीरज टूटने के चार कारण बताये, पहला विपत्ति अथवा विपरित परिस्थिति, दूसरा प्रगति में बाधा, तीसरा मनचाही सफलता न मिलना और चौथा संबंध अनुकूल न होने पर। पूज्य मुनिश्री जी ने कहा कि- किस प्रकार धैर्य के बल पर बड़ी-बड़ी सफलतायें पाई जा सकती है। पूज्य मुनिश्री ने कहा- धीरे-धीरे रे भला धीरे सब कुछ होय। माली सींचे सौ घड़ा ऋतु आय फल होय ।। मुनिश्री जी ने अंत में आचार्य श्री जी के हायकू बोला-कली न खिली, अंगुली से समझो, योग्यता क्या है। वेट एण्ड वॉच, सबसे बड़ा सूत्र है, धीरज के लिये।
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