एम्स में स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग की संयुक्त सचिव की समीक्षा बैठक और दौरा
रायपुर (विश्व परिवार)। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग की संयुक्त सचिव अनु नागर ने शनिवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान का दौरा कर विभिन्न अनुसंधान परियोजनाओं और यहां उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की। इस अवसर पर उन्होंने अधिकतम रोगियों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ प्रदान करने और आभा आईडी की मदद से सभी रोगियों का पंजीकरण करने का सुझाव दिया।
निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह की अध्यक्षता में आयोजित समीक्षा बैठक में उन्होंने एम्स में चल रही अनुसंधान परियोजनाओं की समीक्षा की। सुश्री अनु नागर ने आयुष के साथ अन्य चिकित्सकीय विभाग की संयुक्त शोध परियोजनाओं का सुझाव देते हुए इन्हें एमबीबीएस से पीएचडी स्तर तक प्रोत्साहित करने पर बल दिया। उन्होंने एमबीबीएस पीएचडी को भी और अधिक प्रोत्साहित करने के लिए कहा।
सुश्री नागर ने एम्स में आभा और आयुष्मान भारत योजना के सफल क्रियान्वयन की सराहना करते हुए इसका प्रतिशत और अधिक बढ़ाने का सुझाव दिया। साथ ही चिकित्सकों के रिक्त पदों को निश्चित समयावधि में मिशन रिक्रूटमेंट के अंतर्गत दिसंबर तक पूर्ण करने के लिए कहा। इसके बाद सुश्री नागर ने अस्पताल और विभिन्न लैब का निरीक्षण कर उनकी कार्यप्रणाली को भी जाना। इसके साथ ही उन्होंने छात्रों और शिक्षकों के साथ भी संवाद कर उनके सुझावों को प्राप्त किया।
इस अवसर पर डॉ. विकास, उप-निदेशक (प्रशासन) कर्नल अजित कुमार, अधिष्ठाता (शैक्षणिक) प्रो. आलोक अग्रवाल, प्रो. मनीषा रूईकर, प्रो. सरिता अग्रवाल, प्रो. एली मोहपात्रा, प्रो. कृष्णदत्त चावली सहित प्रमुख शिक्षक और अधिकारी भी उपस्थित थे।
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