रायपुर (विश्व परिवार)। आस्था स्पेशल ट्रेन में स्कार्किंट के नाम पर आरपीएफ (RPF) के उच्च अधिकारी स्टॉफ से 24-24 घंटे की ड्यूटी करा रहे है. हैरानी की बात ये है कि इस मामले में जब उच्च अधिकारी और पोस्ट कमांडर से जानकारी ली गई, तो एएससी-2 का कहना था कि उनके संज्ञान में ये जानकारी नहीं है कि स्टॉफ से 24 घंटे की ड्यूटी कराई गई और ओसी का कहना था कि वे इस मामले में कुछ नहीं कहेंगे. आरपीएफ (RPF) के सूत्र बताते है कि शुक्रवार को जो टीम आस्था स्पेशल ट्रेन में ड्यूटी करने रवाना हुई वह सुबह करीब 6 बजे निकली और आज शनिवार को लौटी है. इसमें कुछ महिला स्टॉफ भी शामिल बताई जा रही है. हालांकि ये ड्यूटी उसलापुर और भानुप्रतापपुर के बीच ही की गई. लेकिन सवाल ये हैं कि क्या हथियार के साथ कोई स्टॉफ 24-24 घंटे की ड्यूटी कर सकता है ? या किस नियम के तहत आरपीएफ अधिकारी स्टॉफ से 24-24 घंटे की ड्यूटी करा रहे है ? 24 घंटे की ये ड्यूटी मौखिक नहीं है, बल्कि कागजों में है और दुर्ग आरपीएफ पोस्ट में इसे साक्ष्य मौजूद है.जानकारी के मुताबिक आस्था स्पेशल ट्रेन में स्कार्टिंग के नाम पर 10 स्टॉफ और 1 ऑफिसर इस टीम को लीड कर रहा था. इतना ही नहीं थाने में पदस्थ स्टॉफ भी 12-12 घंटे की ड्यूटी बिना किसी इमरजेंसी के कर रहे है.