राजनांदगांव(विश्व परिवार)– कांग्रेस के पूर्व प्रभारी महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर कुछ उद्योगपतियों को विद्युत शुल्क और जल कर में छूट देकर करोड़ों रुपये का कमीशन खाने का आरोप लगाया है।
हाल ही में भाजपा में प्रवेश करने वाले शुक्ला ने प्रेस वार्ता में आरोप लगाया कि भूपेश सरकार ने राज्य के गरीबों का अधिकार मारकर चुनिंदा उद्योगपतियों का 10 वर्ष का लंबित इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी व जल कर मामला पकड़ा था। तब इन उद्योगों को दंडित भी किया गया था। पुनरीक्षण की आड़ में अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर हजारों करोड़ रुपये माफ कर दिया गया। इस समय उद्योग सचिव आइएएस अनिल टूटेजा थे। उनके माध्यम से ही यह खेल किया गया।
शुक्ला का आरोप है कि छत्तीसगढ़ की जनता के अधिकार और विकास कार्यों में लगने वाली राशि में डकैती कर राशि माफ की गई। तत्कालीन सीएम भूपेश बघेल ने इसके एवज में स्वयं हजारों-करोड़ों का कमीशन खाया। प्रेस वार्ता में शुक्ला ने पूछा कि भूपेश बघेल इस विषय पर चुप्पी तोड़ेंगे क्या? वे बताएं कि उन्होंने आखिर चुनिंदा उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने छत्तीसगढ़ की गरीब जनता का हक क्यों मारा? इस घोटाले ने साबित कर दिया है कि भूपेश गरीबों के साथ ही नहीं, बल्कि उद्योगपतियों के साथ हैं।
चंद्रशेखर शुक्ला ने बताया कि तीन जून 2019 को अनिल टूटेजा ने उद्योग विभाग में संयुक्त सचिव के रूप में वाणिज्य एवं उद्योग विभाग का प्रभार लिया था। शुक्ला ने दावा किया कि इनकी नियुक्ति फर्जी थी, क्योंकि यह कैडर पोस्ट है। इसकी नियुक्ति सामान्य प्रशासन विभाग से होती हैं और वो संयुक्त सचिव इस पद के लिए अयोग्य हैं। फिर भी वे चार वर्ष तक उक्त पदों पर बने रहें। इसके बाद भी उन्होंने सैकड़ों फर्जी एमओयू किया। कानूनों में संशोधन करवाकर सिर्फ उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाया गया। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में जनता भूपेश बघेल को सबक सिखाएगी।