रायपुर (विश्व परिवार)। किसी भी विषय की बोर्ड परीक्षा की तैयारी शुरू करने के पहले परीक्षा का मानक ब्लू प्रिंट होता है। इस बात को ध्यान में रखकर पहले ब्लू प्रिंट पर नजर डालनी चाहिए। ब्लू प्रिंट से यह ज्ञात होता है कि किस अध्याय से कितने अंक और किस प्रकार के प्रश्न (लुघउत्तरीय, दीर्घउत्तरीय या अति दीर्घउत्तरीय) आएंगे। यह कहना है जेआर दानी शासकीय कन्या उत्कृष्ट विद्यालय की रसायन शास्त्र की व्याख्याता ज्योति सक्सेना का।
व्याख्याता ज्योति सक्सेना ने कहा कि हम रसायन शास्त्र विषय की बातें कर रहे हैं तो हमें इस विषय को तीन भागों में वर्गीकृत करके पढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को परीक्षा हाल में अपने मन को शांत रखकर प्रश्नों को ध्यान से पढ़े, अच्छे से प्रश्नों को समझें, फिर जिन प्रश्नों के उत्तर आपको अच्छे से आते हैं उन्हें पहले लिखें। आवश्यकतानुसार सूत्र जरूर लिखें और स्पष्ट लिखें।
वहीं, जिन प्रश्नों के उत्तर नहीं बन पा रहे, उन पर चिंतन करें और अनुमान लगाकर सही उत्तर बनाने का प्रयास करें। यानी पूरी तरह गलत उत्तर लिखकर जांचकर्ता को भ्रमित न करें। व्याख्याता ज्योति ने कहा कि विद्यार्थियों को अपने शिक्षक के संपर्क में रहकर यह समझें कि कौन से प्रश्न को किस तरह से हल करें। कौन से प्रश्न ज्यादा नंबर वाले बनते है या कम नंबर वाले बनते हैं। कौन सा अध्याय ज्यादा महत्वपूर्ण है। इस आधार पर तैयारी करें।
विशेषज्ञों का कहना है कि रसायन विज्ञान (केमिस्ट्री) में विद्यार्थियों को अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए सूत्र को रटकर नहीं, बल्कि लिखकर समझें। क्योंकि रसायन विज्ञान में थ्योरी के साथ न्यूमेरिकल के प्रश्न भी आते हैं। इन्हें हल करने के लिए फार्मूले के साथ रिएक्शन (समीकरण) याद होने चाहिए। ऐसे में विद्यार्थी रटने के बजाए उन्हें लिखकर समझने की कोशिश करें। इससे परीक्षा के समय भूलने का झंझट खत्म हो जाएगा।
रसायन शास्त्र की तैयारी इस तरह करें
पहला: भौतिक रसासन भौतिक रसायन में नियम, सिद्धांत और गणनाएं होती है। संबंधित सारे नियमों सूत्रों के नोट्स बनाकर दो से तीन बार उनका अध्ययन करना चाहिए। याद करने के बाद लिखकर चेक करना चाहिए। इससे तैयारी में ज्यादा समय भी नहीं लगेंगी।
दूसरा: अकार्बनिक रसायन अकार्बनिक रसायन में समयानुसार कुछ भी बदलाव नहीं होता है। उसे अपने खाली समय में रीडिंग करते रहना चाहिए, ताकि बार-बार पुनरावृत्ति से वो याद हो जाए।
तीसरा: कार्बनिक रसायन कार्बनिक रसायन विद्यार्थियों को कठिन लगता है तो इसे तैयार करने के लिए नोट्स बनाने की आवश्यकता होती है। यानी जितनी ज्यादा बार लिखकर देखेंगे, उतने अच्छे से तैयारी होगी।