Home बिहार ‘कोई आंखों में आंसू…’, मोतिहारी में अचानक भावुक हुए पीएम मोदी; तेजस्वी...

‘कोई आंखों में आंसू…’, मोतिहारी में अचानक भावुक हुए पीएम मोदी; तेजस्वी यादव को भी दे दिया बड़ा संदेश

30
0
  • आंबेडकर नहीं होते तो एससी-एसटी को आरक्षण नहीं मिलता- पीएम मोदी
  • चंपारण में बापू ने सत्याग्रह और स्वच्छाग्रह की शुरुआत की थी- पीएम मोदी

 मोतिहारी(विश्व परिवार) मोतिहारी के गांधी मैदान में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) ने कहा कि विपक्षियों की ओर से आरक्षण को लेकर झूठ बोलने का अभियान चलाया जा रहा है।आंबेडकर नहीं होते तो एससी-एसटी को आरक्षण नहीं मिलता।

पीएम मोदी ने कहा कि नेहरू और इस परिवार के सभी पीएम ने इसका विरोध किया। ये लोग एक वोट बैंक को खुश करने के लिए धर्म के आधार पर आपका आरक्षण छीनकर जेहाद वालों को देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि चंपारण में बापू ने सत्याग्रह और स्वच्छाग्रह की शुरुआत की थी।

कांग्रेस व उनके साथियों ने 60 साल बर्बाद कर दिया- पीएम मोदी

उन्होंने कहा कि इसी से प्रेरणा लेकर कांग्रेस (Congress) को काम करना चाहिए था। स्वच्छता को संस्कार बनाकर बापू को श्रद्धांजलि देने का कांग्रेस को मौका मिला था, पर उन्होंने बापू के आदर्शों को छोड़ दिया। उन्होंने अपना सारा ध्यान एक परिवार को आगे बढ़ाने पर लगा दिया। कांग्रेस व उनके साथियों ने 60 साल बर्बाद कर दिया। दो-तीन पीढ़ियों को तबाह कर दिया। मेरा बहुत सारा समय पिछली सरकारों के गड्ढे भरने में लगा।

उन्होंने कहा कि लोग चांदी का चम्मच लेकर पैदा होते हैंं, उन्हें पता नहीं होता मेहनत क्या होती है? मैंने सुना है।यहां कोई घूम-घूम कर कह रहा है कि चार जून के बाद मोदी को बेड रेस्ट होगा। मैं तो प्रार्थना करता हूं कि मोदी तो क्या किसी भी नागरिक के जीवन में बेड रेस्ट की नौबत नहीं आए।

मोदी को गाली देने के सिवाय कोई मुद्दा नहीं- पीएम

पीएम मोदी ने कहा कि जंगलराज के वारिस से और अपेक्षा भी क्या कर सकते हैं? कांग्रेस वाले कहते हैं कि मोदी तेरी कब्र खुदेगी। यूपी के शहजादा कहते हैं कि मोदी के आखिरी दिन हैं। कोई मोदी की आंखों में आंसू देखना चाहता है। चुनाव में इनके पास मोदी को गाली देने के सिवाय कोई मुद्दा नहीं है।

उन्होंने कहा कि इंडी वालों की आंखों में भले मोदी खटकता हो, लेकिन देश के दिल में मोदी है। चार जून को हार सामने देख इंडी वालों की बौखलाहट बढ़ती जा रही है। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकरा दिया गया। एक इंसान जिसको अदालत ने चोरी करने के जुर्म में सजा दी है।

उन्होंने कहा कि बीमारी के कारण जमानत मिली। उसके घर जाकर बढ़िया बढ़िया खाना पकाकर खाने की फुर्सत है, लेकिन रामलला के पास जाने की नहीं है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here