(विश्व परिवार)-केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से SWAYAM Plus पोर्टल लाॅन्च किया है. इसे केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने लाॅन्च किया. उद्योग के साथ सहयोग से विकसित पाठ्यक्रमों की पेशकश करने के लिए इसे लॉन्च किया गया है. रोजगार, योग्यता और व्यावसायिक विकास-केंद्रित प्रोग्राम एलएंडटी, माइक्रोसॉफ्ट और सिस्को सहित उद्योगों के साथ मिलकर विकसित किया गया है. शिक्षा मंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य शिक्षा को उद्योग-योग्य बनाना है. शिक्षार्थियों को पेशेवर दुनिया में सफल होने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान प्रदान करना है.
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास इस पोर्टल का संचलान करेगा. आईआईटी मद्रास की ओर से स्वयं-एनपीटीईएल और मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्स शुरू किया गया है ,जो शैक्षिक अवसर प्रदान करता है. आईआईटी मद्रास के एक बयान में कहा गया है कि SWAYAM के पास आज सबसे बड़ा रजिस्ट्रेशन आधार है. कुल नामांकन 2017 में 31 लाख से बढ़कर 2023 के अंत तक 72 लाख से अधिक हो गया है.
क्यों लाॅन्च किया गया प्लेटफाॅर्म?
SWAYAM प्लस की स्थापना का उद्देश्य कॉलेज के छात्रों आदि की रोजगार क्षमता को बढ़ाना है. प्लेटफॉर्म के जरिए भारतीय ज्ञान प्रणालियों के अलावा विनिर्माण, ऊर्जा, कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग, आईटी या आईटीईएस, प्रबंधन अध्ययन, स्वास्थ्य देखभाल, आतिथ्य और पर्यटन सहित कई सेक्टरों से संंबंधित प्रोग्राम पेश किए जाएंगे.
पोर्टल लॉन्च करते हुए धर्मेद्र प्रधान ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) लागू है और पहली बार प्रतिष्ठित उद्योग अपनी स्वयं की अकादमी के साथ आएंगे. यूजीसी और शिक्षा विभागों के साथ साझेदारी करेंगे, आईआईटी मद्रास जैसे संस्थान की ओर से इन सभी पाठ्यक्रमों को मान्यता दी जाएगी.
क्या होगा फायदा?
आईआईटी मद्रास के अनुसार इन पाठ्यक्रमों के माध्यम से छात्रों को पढ़ाई के साथ स्किल भी सिखाई जाएगी. मार्केट में नौकरी की मांग के अनुसार इन्हें तैयार किया जाएगा. संस्थान ने कहा कि पाठ्यक्रम शिक्षा और उद्योग के बीच की खाई को पाटने में बहुत मददगार होंगे. जिससे कॉलेज के स्नातक अधिक नौकरी पा सकेंगे. बहुभाषी सामग्री, छात्रों की सहायता के लिए एआई-सक्षम चैटबॉट और क्रेडिट पहचान SWAYAM प्लस प्लेटफॉर्म की विशेषताएं हैं.