Home technology चीन का नया मंसूबा, चंद्रमा के उस हिस्से में भेज रहा यान...

चीन का नया मंसूबा, चंद्रमा के उस हिस्से में भेज रहा यान जो कभी नहीं आता पृथ्वी के सामने

55
0

चीन(विश्व परिवार)– चीन ने चंद्रमा के दूरस्थ हिस्से से पहली बार नमूने एकत्र करने और वैज्ञानिक अध्ययन के लिए उन्हें पृथ्वी पर लाने के मकसद से शुक्रवार को एक चंद्र अन्वेषण अंतरिक्ष यान को रवाना किया। चाइना नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (CNSA) के अनुसार, चांग-6 मिशन पृथ्वी के कभी सम्मुख नहीं आने वाले चंद्रमा के दूरस्थ हिस्से से नमूने एकत्र करेगा और उन्हें लेकर पृथ्वी पर लौटेगा। चंद्रमा पर मानव अन्वेषण के इतिहास में ऐसा पहली बार किया जा रहा है। चांग चंद्र अन्वेषण का नाम चीन की पौराणिक देवी के नाम पर पड़ा है।

चंद्रमा से धूल और चट्टानों के नमूने लाएगा

चीन के चंद्र मिशन को लाँग मार्च-5 वाई8 रॉकेट के जरिए अंजाम दिया जा रहा है। यह रॉकेट चीन के हैनान प्रांत के तट पर स्थित वेंचांग अंतरिक्ष प्रक्षेपण स्थल से प्रक्षेपित किया गया। इस मिशन के जरिये चंद्रमा पर धूल और चट्टानों के नमूने एकत्र करने के बाद उन्हें वापस पृथ्वी पर लाया जाएगा। सीएनएसए ने इससे पहले कहा था कि मिशन का उद्देश्य स्वचालित तरीके से नमूने एकत्र करना और फिर चंद्रमा के दूरस्थ हिस्से से उन्हें लेकर लौटने जैसी प्रमुख प्रौद्योगिकियों में सफलता हासिल करना है।

चीन ने 2030 तक चंद्रमा पर अंतरिक्ष यात्री उतारेगा

अंतरिक्ष की एक बड़ी शक्ति चीन ने अतीत में चंद्रमा पर मानव रहित मिशन भेजे हैं जिनमें एक रोवर उतारना भी शामिल है। चीन ने मंगल ग्रह पर भी रोवर भेजे हैं। इससे पहले, चीन ने 2030 तक चंद्रमा पर अंतरिक्ष यात्री को उतारने की अपनी योजना की घोषणा की थी। भारत, चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास रोवर उतारने वाला पहला देश है। पिछले साल, भारत का चंद्रयान-3 लैंडर और प्रज्ञान रोवर वहां सफलतापूर्वक उतरा था।

पृथ्वी के सामने कभी न आता ये हिस्सा

पृथ्वी के सामने कभी न आने वाला चंद्रमा का दूरस्थ हिस्सा रेडियो खगोल विज्ञान और अन्य वैज्ञानिक कार्य के लिए उपयोगी है। चूंकि दूरस्थ हिस्सा कभी भी पृथ्वी के सामने नहीं आता, इसलिए संचार संपर्क रखने के लिए एक रिले उपग्रह की जरुरत पड़ती है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here