खैरागढ़ (विश्व परिवार)। जिले से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां 10वीं बोर्ड की परीक्षा में मुन्नाभाई के तर्ज पर गुरुजी अपने चहेते छात्रों को नकल करवा रहे हैं, जिसकी शिकायत आज तीसरे पेपर के दिन बच्चों ने ज़िला शिक्षा अधिकारी से उनके कार्यालय पहुंचकर की. एक तरफ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छात्र-छात्राओं को बोर्ड परीक्षा के लिए टिप्स देते हुए “परीक्षा पे चर्चा” करते हैं तो वहीं खैरागढ़ के स्वामी आत्मानंद आदर्श कन्या विद्यालय में शिक्षक अपने चहेते छात्रों को 10वीं के बोर्ड परीक्षा में धड़ल्ले से नकल करवा रहे हैं. धड़ल्ले से हो रही नकल से आहत छात्र-छात्राएं आज परीक्षा के बाद शिकायत करने ज़िला कार्यालय पहुंचे. जहां उन्होंने ज़िला शिक्षा अधिकारी को कलेक्टर के नाम शिकायत पत्र दिया और अपनी आप बीती बताई. पीड़ित छात्र बताते हैं कि पहले हुए दो परीक्षाओं में भी शिक्षक द्वारा कुछ विशेष छात्रों को वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है. दसवीं की परीक्षा का आज तीसरा पेपर है, आज भी उन्हीं छात्रों को शिक्षक द्वारा नक़ल के पर्चे दिए गए. छात्रों की मानें तो शिक्षक को किसी का फ़ोन आता है और वो फ़ोन पर बच्चे के पेपर के बारे में पूछता है, जिसके बाद तुरंत शिक्षक बच्चों की उत्तर पुस्तिका देखता है. अगर बच्चे ने कुछ नहीं लिखा है तो शिक्षक उसे लिखने के लिये पर्चे देता है. छात्रों के इस आरोप से शिक्षा विभाग की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े होते हैं. अगर शिक्षकों द्वारा ऐसे ही नक़ल करवा कर मुन्नाभाई बनाए जाएंगे तो भारत का भविष्य कहलाने वाले ये प्रतिभाशाली बच्चे देश में कहां अपनी जगह बना पाएंगे. फ़िलहाल ज़िला शिक्षा अधिकारी ने केंद्राध्यक्ष को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है और जांच करवाने की बात की है. लेकिन क्या केंद्राध्यक्ष को हटाने मात्र से शिक्षा विभाग की लचर व्यवस्था का सुधार हो पाएगा या आरोपियों की जांच कर कठोर कार्रवाई करना ही छात्रों को न्याय दिला पाएगा.