Home ललितपुर जीवन में धर्म के संस्कारों से दु:ख नहीं,सुख की अनुभूति- डा० भारिल्ल

जीवन में धर्म के संस्कारों से दु:ख नहीं,सुख की अनुभूति- डा० भारिल्ल

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  • वीतराग विज्ञान शिविर में दी सीख, डीएम हुए सम्मानित

ललितपुर(विश्व परिवार) | जीवन में अनुकूलता का अनुभव करना पुण्य का उदय और प्रतिकूलता का अनुभव करना पाप का उदय है। एक ही परिस्थिति किसी के लिए अच्छी लगती है तो किसी के लिए बुरी हम चाहें तो कोई भी परिस्थिति हमें प्रतिकूलता का वेदन नहीं करा सकती। हम अपनी मान्यताओं से ही सुखी दु:खी होते हैं। यदि हम सहज रहे तो हमें दुख न हो। कोई वस्तुत अच्छी बुरी नहीं होती ना ही उसमें अच्छे की कल्पना करते हैं।

उक्त विचार वर्णी कान्वेंट प्रांगण में वीतराग विज्ञान आध्यात्मिक शिक्षण प्रशिक्षण शिविर के दौरान मोटिवेशनल प्रवक्ता एसपी भारिल्ल ने व्यक्त करते हुए कहा तुम दु:खी हो ही नहीं सकते विषय को लेकर बहुत से टिप्स देकर मोटीवेशन किया। उन्होंने कहा हमें धर्म के मार्ग पर चलना है तो हम कम से कम प्रतिदिन कम से कम पन्द्रह मिनिट का समय स्वाध्याय के लिए जरूर निकालें। स्वाध्याय के द्वारा ही ज्ञान अर्जित कर सकें। उन्होंने कहा परिस्थिति तो परिस्थिति होती है उसमें हमारा कुछ चलता नहीं है उसमें अनुकूलता का अनुभव करना पुण्य का उदय और प्रतिकूलता का अनुभव करना पाप का उदय है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिलाधिकारी डा० अक्षय त्रिपाठी एवं पुलिस अधीक्षक मोहम्मद मुश्ताक को आयोजन समिति के अध्यक्ष मुन्नालाल जैन अभिलाषा महामंत्री सुरेश जैन बानपुर ने सम्मानित किया। इस मौके पर प्रमुख रूप से जैन पंचायत के अध्यक्ष डा० अक्षय टडैया, महामंत्री आकाश जैन,सनत जैन खजुरिया, अक्षय अलया, डा० राजकुमार जैन, सतीश जैन नजा,अजय बरया, महेन्द्र मडवैया,शैलेन्द्र जैन एड० आदि मौजूद रहे। दिगम्बर जैन स्वाध्याय मण्डल एवं वीतराग विज्ञान आध्यात्मिक शिक्षण प्रशिक्षण शिविर में इन दिनों बालक बालिकाओं एवं युवाओं को जैन धर्म के मूलभूत सिद्धान्तों का ज्ञान कराया जा रहा है। शिविर में ख्यातिप्राप्त विद्वानों द्वारा व्याखान मालाओं एवं प्रौढ कक्षाओं द्वारा श्रावकों को धर्म के महत्व एवं आत्मा के स्वरूप का बोध कराया जा रहा है जिससे बच्चों को धार्मिक शिक्षा देकर संस्कारवान बनाया जा सके। शिविर की व्यवस्थाओं को विवेक जैन अभिलाषा,अनुपम जैन, अनुराग जैन,सुशान्त जैन गोल्डी, प्रीतिंकर शास्त्री, नितिन जैन,सीमांत लोहिया,अंकित कठरया,अमिताभ जैनिथ,राहुल जैन, शिक्षक पुष्पेन्द्र जैन,संजय जैन शास्त्री जयपुर आदि का योगदान मिल रहा है।

जिन आराधना प्रभावना के लिए आज होंगे पवित्र शास्त्री सम्मानित-

सर्वोदय अहिंसा द्वारा कलजयी विद्वान हेतु जिनवाणी के अध्ययन एवं जिन श्रुत सेवा में अपने समग्र जीवन को समर्पित कर जिन शासन की प्रभावना में नि:स्वार्थ रूप से योगदान देने एवं सतत सदप्रभावना एवं जिन आराधाना में जीवन समर्पित करने की भावना से पुरस्कार पवित्र जैन शास्त्री आगरा को वीतराग विज्ञान शिक्षण प्रशिक्षण शिविर में आज 8 जून को रात्रि 9 बजे विद्वत समुदाय की मौजूदगी में प्रदान किया जाएगा।

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