जतारा(विश्व परिवार) | परम पूज्य श्रमणाचार्य 108 श्री विमर्श सागर जी महाराज की जन्म नगरी श्री दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र आदिश्वर धाम जतारा में ,परम पूज्य आचार्य भगवन 108 श्री विद्यासागर जी महाराज के प्रियाग्र शिष्य एवं परम पूज्य नवाचार्य 108 श्री समय सागर जी महाराज के आज्ञानुवर्ती, परम पूज्य 108 श्री सौम्य सागर जी, 108 श्री निश्चल सागर जी एवं 108 श्री निरापद सागर जी महाराज ससंघ के मंगल सानिध्य में देवाधिदेव भगवान शांतिनाथ जो कि कामदेव, चक्रवर्ती और तीर्थंकर ऐसे तीन पद की धारी सोलहवें तीर्थंकर 1008 श्री शांतिनाथ भगवान का जन्म,तप एवं मोक्ष कल्याण महोत्सव पूर्ण भव्यता से संपन्न किया गया ।
भारतीय जैन संगठन तहसील अध्यक्ष एवं जैन समाज उपाध्यक्ष अशोक कुमार जैन ने बताया कि प्रातः काल की बेला में जिनालय प्रांगण में श्री जी का अभिषेक, शांति धारा,पूजन उपरांत निर्वाण लाडू समर्पित किया गया तत्पश्चात आचार्य विद्यासागर जी महाराज की महामांगलिक पूजन उपरांत पूज्य मुनि सौम्य सागर जी महाराज दिव्य देशना सुनने का सौभाग्य समाज को प्राप्त हुआ । श्रीजी की शांति धारा करने का सौभाग्य राजीव मांची, इंजी. संतोष मोदी, विमर्श जागृति मंच को प्राप्त हुआ एवं निर्वाण लाडू समर्पित करने का सौभाग्य इंजी. संतोष कुमार श्रीमती विजय जैन, राजेंद्र सिंघई, मयंक सिंघई गुणीराम परिवार को प्राप्त हुआ । कार्यक्रम में महेंद्र टांगा, पवन मोदी, प्रकाश रोशन, राजू सिंघई, हिरदेश जैन,मयंक कोठादार, ज्योति सगरवारा, वर्षा चंदेरा, अभिलाषा जैन सहित समाज के समस्त ग्रुपों के श्रद्धालु बड़ी संख्या में उपस्थित रहे । कार्यक्रम का संचालन पत्रकार अशोक कुमार जैन द्वारा किया गया । 6 जून को त्रय मुनिराजों के सानिध्य में मनाया जाएगा आचार्य ज्ञान सागर जी महाराज का 52वां समाधि दिवस।