श्री शांतिनाथ भगवान का जन्म, तप व मोक्ष कल्याणक पर्व समारोह पूर्वक संपन्न
झांसी (विश्वपरिवार)। गांधी रोड स्थित श्री दिगंबर जैन पंचायती बड़ा मंदिर जी में जैन धर्म के 16 वें तीर्थंकर श्री १००८ शांतिनाथ भगवान का जन्म, तप व मोक्ष कल्याणक पर्व समारोह पूर्वक मनाया गया ।
श्री देवेन्द्र जैन मागरपुर व रविंद्र जैन के निर्देशन में विधि विधान पूर्वक भगवान शांतिनाथ की अति प्राचीन अष्टधातु की विशाल प्रतिमा का सभी उपस्थित साधर्मियों ने मंत्रोच्चार के बीच अभिषेक किया, भगवान की शांतिधारा करने का सौभाग्य श्री ऋषि जैन (पडरा) एवं श्री जिनेंद्र जैन (गेवरा) को मिला।
इस अवसर पर श्री शांतिनाथ भगवान की प्रतिमा के समक्ष निर्वाण कांड के वाचन के साथ निर्वाण लाडू समर्पित किया गया ।
आयोजन के बीच श्रीमती सरला – वीरेंद्र चौधरी एवं उनकी पुत्रियों के द्वारा लगभग पौने दो किलो वजन की रजत निर्मित पांडुकशिला श्री पद्मप्रभु वेदिका पर समर्पित की गई ।
कार्यक्रम के दौरान संजय जैन कर्नल ने बताया कि भगवान शांतिनाथ का जन्म हस्तिनापुर के राजवंश में हुआ था, किंतु राजशाही का मोह त्याग वैराग्य के मार्ग को अपनाकर मुनि दीक्षा लेकर घोर तप करने निकल पड़े अंत में शाश्वत तीर्थ सम्मेद शिखर जी में घोर तप करते हुए आज ही के दिन मोक्ष प्राप्त किया था ।
इस अवसर पर सुरेंद्र जैन (बताशा), जितेंद्र शामयाना, संजय जैन “कर्नल” सम्यक भंडारी, योगेश जैन, चक्रेश चौधरी, अंकुर जैन, सिंघई नितिन जैन, हेमंत, अभिषेक जैन (सुपाड़ी), सावन, मयंक जैन सतना, हर्ष नायक, आरुष जैन श्रीमती कल्पना जैन, राजेश्वरी, शशि जैन, कुसुम जैन, अनुपमा, बबीता, सविता चौधरी, सोनल, प्रिंसी, श्वेता आदि सहित अनेकों श्रावक श्राविकाएं उपस्थित रहे ।
अंत में अमित प्रधान ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया ।