दिनांक 8 मार्च अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के स्वर्णिम अवसर पर
मुंबई (महाराष्ट्र) (विश्व परिवार) – अंतर्राष्ट्रीय वूमन्स अचीवर्स अवार्ड 2024: लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड इंदौर की श्रीमती साधना मादावत जैन रंगशाला प्रॉडक्शन को प्रदान किया गया इस अवॉर्ड के लिए अपने अपने क्षेत्र की विशिष्टता को लिए 48 महिलाओं को चुना गया
लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड अवॉर्ड डॉ ईवान गैसिमा यूरोपियन यूनियन हेड रिपब्लिक ऑफ क्रोएशिया द्वारा दिया जाता है,डॉ अविनाश डी सकुंडे भारतीय अंतर्राष्ट्रीय चेयरमैन हैं
अवॉर्ड समारोह परमपूज्य आचार्यश्री पुष्पदंत सागर जी व आचार्यश्री डॉ प्रणामसागर जी महाराज ससंघ की पावन उपस्थिति में मुंबई में वडाला में सम्पन्न हुआ , समारोह में दिगम्बर जैन ग्लोबल महासभा अध्यक्ष श्री जमनालाल जी हापावत व महिला फ़ोरम की अध्यक्षा श्रीमती सुजाता जी शाह नीति आयोग की श्रीमती अर्चना जी जैन वरिष्ठ समाज सेवी श्री पी सी जैन व अन्य कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे, इंदौर की श्रीमती साधना मादावत (रंगशाला) को उनके विशेष योगदान और उद्दीपन को देखते हुए नारी रत्न सम्मान भी प्रदान किया गया , आयोजन पंचकल्याणक वडाला मुम्बई में परम पूज्य आचार्य श्री पुष्पदंत सागर जी वी आचार्य श्री डॉ प्रणाम सागर जी महाराज जी महाराज ससंघ पावन सानिध्य एवम ग्लोबल महासभा के अध्यक्ष श्री जमनालाल जी हापावत व महिला अध्यक्ष सुश्री सुजाता जी शाह के संयोजन में संपन्न हुआ सम्मान मुख्य अतिथि नीति आयोग की सुश्री अर्चना जी जैन व लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के सदस्य द्वारा प्रदान किया गया । राष्ट्रीय मिडिया प्रभारी पारस जैन पार्श्वमणि पत्रकार कोटा से हुई एक स्नेह भेट में श्रीमती साधना मादावत जैन ने इस विषय पर हर्ष जताते हुए कहा, “यह सम्मान मेरे लिए बहुत ही गौरव और प्रेरणा का विषय है। मैं इस सम्मान को उन सभी महिलाओं को समर्पित करती हूं जो समाज में बदलाव लाने के लिए काम कर रही हैं। महिलाओं को सशक्त बनाने और उन्हें समाज में एक सम्मानजनक स्थान दिलाने के लिए किए जा रहे कार्यों को जारी रखूंगी। महिलाओं में असीम क्षमताएं होती हैं। उन्हें केवल अपनी शक्तियों को पहचानने और उनका उपयोग करने की आवश्यकता होती है। मैं सभी महिलाओं से आग्रह करती हूं की वे अपनी सांस्कृतिक रुचि , शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वावलंबन पर ध्यान दें। वे अपने सपनों को पूरा करने के लिए डरें नहीं अपनेपरिवार का साथ लेकर अपने सपनों को पंख दे ।”