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पावागिरि में वार्षिक मेला के चौथे दिन स्वर्ण भद्रादि मुनिराजों का निर्वाण महोत्सव मनाया

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प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखने के बाद ही धार्मिक अनुष्ठानों की सार्थकता है – मुनि पदम सागर
विमानोत्सव कार्यक्रम में श्रीजी की निकली भव्य शोभा यात्रा
तालबेहट/ललितपुर (विश्व परिवार)। वीर बुंदेलखंड के प्रसिद्ध दिगम्बर जैन सिद्ध क्षेत्र पावागिरि में परम तपस्वी मुनि पदम सागर महाराज के मंगलमय सानिध्य में सुबह अतिशययुक्त चमत्कारी बाबा मूलनायक भगवान पारसनाथ स्वामी का मस्तिकाभिषेक शांतिधारा का आयोजन किया गया। देश के कोने कोने से विभिन्न प्रांतों से पधारे धर्माबिलंबियों ने मेला में पहुँचकर पुण्यार्जन किया। पं. विनोद कुमार शास्त्री के निर्देशन में त्रिकाल चौबीसी के मूलनायक संकटमोचक मुनिसुव्रतनाथ भगवान का महामस्तिकाभिषेक किया। दोपहर की बेला में क्षेत्र का वार्षिक अधिवेशन सम्पन्न हुआ, जिसमें कोषाध्यक्ष उत्तमचंद्र भड़रा ने आय व्यय प्रस्तुत किया। आगन्तुक अतिथियों ने आचार्य विद्यासागर महाराज का चित्र अनावरण एवं दीप प्रज्ज्वलन किया, मंगलाचरण गीतू दीदी ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता नीरज जैन आगरा ने की। भोंयरे जी के नव निर्मित मुख्यद्वार एवं 23 तोरण द्वारों से सुसज्जित मूलनायक गुफा के उद्घाटन में भव्य अनावरण मुख्य अतिथि रमेश चंद्र जैन बीना ने किया। विमानोत्सव कार्यक्रम में श्रीजी की भव्य शोभायात्रा निकली, जिसमें प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ स्वामी को विमान में लेकर श्रद्धांलु डी जे बैड की धार्मिक धुनों पर धर्म ध्वजा लेकर नृत्य करते युवा एवं मंगल गीत गाती हुई महिलाएं चल रही थी, शोभायात्रा मन्दिर के मेला प्रांगण की परिक्रमा कर पाण्डुकशिला पर पहुंची। ध्वजारोहण जिनेन्द्र कुमार जैन हरपालपुर ने किया। प्रेमचंद्र जैन डबरा ने मुनि श्री का पाद प्रचछालन एवं शास्त्र भेंट किया। मुनि पदम सागर महाराज ने अपने मंगल प्रवचन में आत्मा का कल्याण करने के लिए धर्म के मार्ग पर चलने को कहा। मुनि श्री ने कहा कि श्रावक के दान, पूजन और साधु की साधना प्रभावना के अंग हैँ। उन्होंने कहा प्राणी मात्र के प्रति दयाभाव रखने के बाद ही धार्मिक अनुष्ठानों की सार्थकता है। वार्षिक कलशाभिषेक के साथ स्वर्णभद्रादि मुनिराजों का निर्वाण महोत्सव मनाया। जिसमें बा.ब्र. नितिन भैया खुरई के निर्देशन में अभिषेक शांतिधारा की क्रियाएं संपन्न की। रविंद्र जैन टी सी झाँसी ने छत्र चढ़ाया एवं चमर ढोरे। सुमत चंद्र जैन बड़ेरा ने मंगल आरती उतारी। फूलमाल के कार्यक्रम में श्रद्धालुओं को दर्शन माल ज्ञानमाल चारित्रमाल और क्षेत्रमाल भेंट की गयी। दुःख दर्द निवारण और मनोकामना पूर्ति के लिए श्रद्धालुओं ने पारसनाथ दरबार में अर्जी लगायी। रात्रि में राजकुमार जैन एंड पार्टी ललितपुर के मधुर संगीत में मंगल आरती, शास्त्र प्रवचन, सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वहीं कोमल चंद्र जैन गंजवासौदा, राजेंद्र जैन बागो, बाहुबली जैन इंदौर, विशाल जैन पवा ने सम्बन्ध जोड़ने के परिप्रेक्ष्य में प्रयास पुस्तक के प्रकाशन हेतु अखिल भारतीय जैन समाज के शादी योग्य युवक युवतियों के बायोडाटा का संकलन किया और निःशुल्क जैन तिथि दर्पण का वितरण किया। क्षेत्र मंत्री जयकुमार कन्धारी ने बताया 3 दिसम्बर को सर्वविघ्नहरण पारसनाथ विधान के उपरांत आगन्तुक विद्वानो का सम्मान एवं मेला समारोह का समापन किया जायेगा। कार्यक्रम में पं. विजय कृष्ण शास्त्री, अभय कुमार, शिखरचन्द, राजकुमार जैन, ज्ञानचंद जैन पुरा, कैलाश चंद्र, राजेंद्र कुमार बबीना, अशोक कुमार, प्रसन्न जैन, उत्तमचंद्र, सुरेंद्र कुमार, विजय जैन, आनंद कुमार, सुशील मोदी, श्रेयांश कुमार, विकास पवा, सुमत कुमार, सुकमाल जैन, प्रवीन कुमार, पंकज भंडारी, शैलेन्द्र जैन, अरविन्द कुमार, विकास भंडारी, आदेश मोदी, सौरभ जैन, अजय कुमार, अमन जैन, अक्षत पवा सहित क्षेत्र प्रबंध समिति का सक्रिय सहयोग रहा। संचालन अध्यक्ष ज्ञानचंद जैन पुरा एवं आभार व्यक्त मंत्री जयकुमार जैन कन्धारी एवं विशाल जैन पवा ने संयुक्त रूप से किया।
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