बिलासपुर (विश्व परिवार)। अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय एक ऐसा उत्कृष्ट शिक्षण संस्थान जहां कदम रखते ही ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात् मंत्र कानों में गूंजने लगता है। मन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होने लगता है। विद्यार्थियों, शिक्षक और मेहमान सभी एकाग्रचित नजर आते हैं। कुलपति आचार्य अरुण दिवाकर नाथ वाजपेयी का कहना है कि गायत्री मंत्र को सनातन धर्म शास्त्रों में महामंत्र कहा जाता है। यदि प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप किया जाए, तो जीवन से सारे अभाव दूर होते हैं और जीवन में सफलता और सुख समृद्धि आती है।
ऋग्वेद में इसका उल्लेख भी मिलता है। यह कि जो भी व्यक्ति गायत्री मंत्र का उच्चारण करता है, उसका जीवन सुखमय हो जाता है। साथ ही कई सारी समस्याएं भी खत्म हो जाती हैं। वातावरण से नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट करता है। मंत्र के अनेक मनोवैज्ञानिक लाभ हैं। यह ध्यान में सुधार कर सकता है और व्यक्ति का मूड बदल सकता है। यही कारण है कि विश्वविद्यालय में प्रतिदिन सुबह और शाम एक-एक घंटा इसे बजाया जाता है। बिल्डिंग के चारों कोने में ऊंचाई पर स्पीकर लगा है, जो काफी दूर तक सुनाई देता है। आसपास रहवासियों को भी इसकी गूंज सुनाई देती है।
गायत्री मंत्र सुनने से क्या होता है?
ज्योतिषाचार्य और अधिवक्ता पंडित वासुदेव शर्मा का कहना है कि गायत्री मंत्र को सर्वश्रेष्ठ मंत्रों में से एक माना जाता है। वेदों में गायत्री मंत्र का विस्तार पूर्वक वर्णन किया गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गायत्री मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। मन के दुख, द्वेष, पाप, भय, शोक जैसी नकारात्मक चीजों का अंत हो जाता है। हम सभी इसे प्रतिदिन 15 मिनट तक दोहरा सकते हैं।
सफलता के लिए मंत्र
सीखने की आदत
चुनौती का डटकर सामना करना
खुद का मूल्यांकन
मेहनत काम आती है।
आगे बढ़ने के लिए खुद में विश्वास करें
योग और मेडिटेशन अपनाएं
शांत,ए काग्रचित व प्रसन्न रहें
वर्जन
गायत्री मंत्र को सनातन धर्म में एक शक्तिशाली मंत्र माना गया है। मनोवैज्ञानिक प्रभाव के कारण विश्वविद्यालय में स्पीकर के माध्यम से सेटअप किया गया है। कुल पांच मंत्रों को शामिल किया गया है। वातावरण में सकरात्मक ऊर्जा भरने प्रयास है। आचार्य अरुण दिवाकर नाथ वाजपेयी कुलपति, अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय