Home रायपुर भाजपा कार्यकर्ता की हत्या के पीछे नक्सलियों की मंशा पर उप मुख्यमंत्री...

भाजपा कार्यकर्ता की हत्या के पीछे नक्सलियों की मंशा पर उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने उठाया सवाल, कहा- आखिर भाजपा कार्यकर्ता ही क्यों निशाने पर हैं?

46
0

रायपुर(विश्व परिवार) बस्तर में नक्सलियों के भाजपा कार्यकर्ता की हत्या पर उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि मैं भी जानना चाहता हूं कि भाजपा कार्यकर्ता ही निशाने में क्यों हैं? यह नक्सलियों की कायरता है. हर व्यक्ति को सुरक्षा नहीं दी जा सकती हैं. हमारे जवान बस्तर में पूरी मजबूती से सामना कर रहे हैं |

लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण में बस्तर होने वाले चुनाव की तैयारियों पर उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि नक्सली घबराए हुए हैं, बदहवास हैं. उन्होंने फिर से हत्या की है. नारायणपुर में घर में घुसकर मारा है. सिविलियन को मार रहे हैं. दहशत फैलाना चाहते हैं, इसलिए ऐसा कर रहे हैं |

उन्होंने कहा कि मतदान में जितने सुरक्षा दल जा रहे हैं, वह सुरक्षित लौटकर आए, यह ईश्वर से प्रार्थना है. सबसे अपील है कि पुलिस के सभी निर्देशों को माने. अति उत्साह में कोई कुछ ना करें. जो सैनिक और सुरक्षाकर्मी हैं, वह भी अति उत्साह में ना आएं |

नक्सलियों से संवाद के लिए समिति के गठित करने के विषय पर गृह मंत्री ने कहा कि समिति गठित करने की क्या आवश्यकता है. मैं स्वयं तैयार हूं. समिति को गठित करूं और वह बात करें ऐसी कोई औपचारिकता नहीं है. हम सीधे बात के लिए तैयार हैं. शांति बहाल होनी चाहिए. बस, यही एक भाव हमारी सरकार का है |

कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत के नक्सलियों को शहीद कहने पर गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि पहले राज बब्बर ने भी कहा था. नक्सली जब मारे गए हैं, तो उन्हें लग रहे कि सब कुछ फर्जी हो रहे हैं. जिस समय विभाग ने कहा था 50 नक्सली मारे गए, उसी समय नक्सलियों ने भी प्रेस नोट जारी कर कहा था कि हमारे 50 आदमी शहीद हुए. नक्सली खुद इस बात को कह रहे हैं, और फिर भी कहा जाए कि फर्जी इनकाउंटर है, तो मैं समझ नहीं पा रहा हूं |

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा नक्सल घटनाओं पर सवाल उठाए जाने पर गृह मंत्री ने कहा कि भूपेश बघेल को कैसे पता चल रहा है कि यह फर्जी एनकाउंटर है. वहीं भूपेश के पूर्व की घटनाओं पर बयान देने की बात पर कहा कि यह उनका अभी का बयान है. उटपटांग बातें ना करें. ढाई सौ सड़कें, 90 पुल-पुलिया क्यों नहीं बनाएं |

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here