अयोध्या(विश्व परिवार)। भगवान राम की नगरी अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को 500 साल के बाद श्री राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की गई। इसी कड़ी में आज रामलला को पंच धातु से निर्मित 1100 किलो का विशाल तीर-धनुष और 1600 किलो का हनुमान गदा समर्पित किया गया है।
राजस्थान से आया रामलला का उपहार
राजस्थान के सिरोही शिवगंज से भगवान राम के लिए एक विशाल धनुष और हनुमान गदा आया है। इस उपहार को लेकर राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि, इस उपहार से दिखाई देता है कि भगवान राम के प्रति लोगों में कितनी प्रसन्नता है। इधर आचार्य दीदी सरस्वती देव कृष्ण गौण ने कहा कि, राजस्थान के सिरोही शिवगंज से हम भगवान श्री राम के लिए ये उपहार लेकर आए हैं। उन्होंने कहा भगवान राम मंदिर के मुख्य पुजारी को हम यह अर्पण करने आए हैं। जिसे वे स्थापित करेंगे। आज निर्जला एकादशी के दिन प्रभु श्री राम के प्रति हमारी ये भेंट है।
केसरिया झंडा दिखाकर किया था रवाना
12 जून को ये यात्रा शिवगंज सिरोही से प्रारंभ हुई थी। श्री राम जन्मभूमि मंदिर के महासचिव चंपत राय और विश्व हिंदू परिषद के राजस्थान संगठन मंत्री राजाराम ने केसरिया झंडा दिखाकर इस उपहार को रवाना किया था। जो अलग-अलग पड़ाव से होते हुए आई है। इस पड़ाव में स्वागत सम्मान रहा है। तीर धनुष और हनुमान गदा को भगवान श्री राम जन्मभूमि परिसर में रखा जाएगा। जिसे मंदिर में दर्शन करने आए भक्त इसे देख सकेंगे।
इतना है तीर धनुष और गदा का वजन
भगवान श्री राम के लिए पंच धातु से बने तीर धनुष का वजन 1100 किलो है, वहीं हनुमान जी का गदा 1600 किलो है। राजस्थान से इसे दो अलग-अलग राम रथो में इसे रख अयोध्या तक लाया गया है। अब इस धातु को भगवान श्री राम को अर्पित किया जाएगा।