HIGHLIGHTS
- मध्यप्रदेश के गुरुशरण शर्मा पंडोखर सरकार को भेजा गया आमंत्रण पत्र
- राजिम कुंभ कल्प मेला में तीन मार्च से होगा विराट संत-समागम का शुभारंभ
- चार मार्च जानकी जयंती के दिन और आठ मार्च को शिवरात्रि के दिन होगा शाही स्नान
रायपुर। प्रदेश की धर्मस्व नगरी में आयोजित राजिम कुंभ कल्प में तीन मार्च को शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती, शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती, शंकराचार्य रविंद्र केश्वानंद, देवी मंदिर के महंत और श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद महाराज, महामंडेश्वर योगीराज स्वामी, ज्ञान स्वरूपानंद अक्रिय, वृंदावन आश्रम के प्रेमानंद महाराज पहुंचेंगे। वहीं, पंडित प्रदीप मिश्रा चार मार्च को कुंभ में आएंगे।
मध्यप्रदेश के गुरुशरण शर्मा पंडोखर सरकार भी राजिम पहुंचेंगे। इन्हें न्यौता दिया गया है, जिसपर उन्होंने सहमति दे दी है। राजिम कुंभ कल्प मेला में तीन मार्च से विराट संत-समागम का शुभारंभ होगा। आठ मार्च तक चलने वाले इस समागम में हरिद्वार, प्रयागराज, काशी, मथुरा, वृंदावन, अयोध्या, अमरकंटक, चित्रकूट, उत्तराखंड आदि स्थानों से बड़ी संख्या में साधु-संतों का आगमन होगा।
राजिम कुंभ में स्थानीय कलाकारों की ओर से लगातार कार्यक्रमों का आयोजन करके भक्तिमय माहौल बनाया जा रहा है। विभागीय अधिकारियों ने इस तरह से कार्यक्रमों का आयोजन किया है कि हर दिन भगवान राम से जुड़े हुए दो से चार कार्यक्रमों हो रहे हैं।
आठ मार्च को होगा शाही स्नान
राजिम कुंभ में 24 फरवरी को माघ पूर्णिमा के दिन शाही स्नान होने के बाद दूसरा चार मार्च जानकी जयंती के दिन होगा। तीसरा स्नान आठ मार्च को शिवरात्रि के दिन होगा। यही शाही स्नान होगा।
हर दिन हो रही महाआरती
राजिम कुंभ कल्प मेला में जबलपुर से आईं साध्वी प्रज्ञा भारती के सानिध्य में प्रतिदिन महानदी की महाआरती की जा रही है। इसमें बड़ी संख्या में साधु-संतों के अलावा स्थानीय जनप्रतिनिधि और श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं। महाआरती की शुरुआत 11 पंडितों के मंत्रोच्चारण के साथ होता है।