पोर्ट ब्लेयर (विश्व परिवार)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पोर्ट ब्लेयर में ऐतिहासिक सेलुलर जेल का दौरा किया और वहां शहीद स्तंभ पर पुष्पांजलि अर्पित की। मुर्मू अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की पांच दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर सोमवार को यानी आज यहां पहुंचीं। वह ‘स्वातंत्र ज्योत’ भी गईं जो जेल में कैद किए गए हजारों स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि के रूप में वहां रखी गई एक शाश्वत लौ है। राष्ट्रपति ने वीर सावरकर को उस कोठरी में जाकर श्रद्धांजलि दी जहां उन्हें कैद रखा गया था। उन्हें उन स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में बताया गया जिनके नाम राष्ट्रीय स्मारक के एक निर्दिष्ट स्थान में खुदे हैं। राष्ट्रपति ने ब्रिटिश शासन के दौरान कैदियों के स्वतंत्रता संग्राम को दर्शाने वाली रोशनी और ध्वनि प्रदर्शनी भी देखी ।
इससे पहले दिन में, राष्ट्रपति का पोर्ट ब्लेयर पहुंचने पर उपराज्यपाल एडमिरल (सेवानिवृत्त) डी के जोशी ने स्वागत किया। राष्ट्रपति बनने के बाद यह अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की उनकी पहली यात्रा है। राष्ट्रपति मुर्मू 20 फरवरी को इंदिरा पॉइंट (भारत का सबसे दक्षिणी बिंदु) और कैंपबेल खाड़ी का दौरा करेंगी। वह नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप का भी दौरा करेंगी और ‘लाइट एंड साउंड शो’ (रोशनी एवं ध्वनि प्रदर्शनी) देखेंगी। नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप को पहले रॉस द्वीप के नाम से जाना जाता था ।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वीप पर अंडमान और निकोबार द्वीप समूह एकीकृत विकास निगम लिमिटेड (एएनआईआईडीसीओ) की प्रबंध निदेशक नंदिनी पालीवाल उन्हें राष्ट्रीय स्मारक के प्रस्तावित विकास के बारे में जानकारी देंगी। राष्ट्रपति 21 फरवरी को राज निवास, पोर्ट ब्लेयर में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (पीवीटीजी) के सदस्यों के साथ बातचीत करेंगी। उसी दिन, वह हैवलॉक द्वीप के नाम से मशहूर स्वराज द्वीप के राधानगर समुद्र तट पर सैनिकों का परिचालन प्रदर्शन को देखेंगी। अधिकारियों ने बताया कि वह 23 फरवरी को पोर्ट ब्लेयर से रवाना होंगी ।