रामगंजमंडी(विश्व परिवार)– महावीर जयंती के अवसर पर श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर परिसर में श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन पाठशाला के बच्चों के द्वारा शिक्षाप्रद प्रस्तुतियां दी गई जो सभी का मन मोह गई। आयोजन की शुरुआत में प्रभु महावीर के चित्र के समक्ष पाठशाला कलश पुण्यार्जक कैलाश चंद जगदीश चंद जैन बुरनखेड़ी परिवार एवम श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर अध्यक्ष दिलीप कुमार विनायका, उपाध्यक्ष कमल लुहाड़िया, चेतन बागड़िया, महामंत्री राजकुमार गंगवाल ने दीप प्रज्वलित किया।
आयोजन की शुरुआत में ध्वज वंदन प्रस्तुत किया गया उसके बाद मंगलाचरण की प्रस्तुति दी गई। छोटे-छोटे बच्चों ने प्रभु महावीर के जन्म की खुशियां मनाने के साथ-साथ प्रभु महावीर के जीवन कृतित्व पर आधारित एवं शिक्षाप्रद प्रस्तुतियां दी। साथ ही साथ भगवान महावीर के सिद्धांत बताते हुए महावीर की संतान हैं हम, वीर जन्मे महावीर जनमे दिन शासन का बच्चा-बच्चा जैसी अलौकिक प्रस्तुतियां दी जिसे देख सभी भाव विभोर हो गए। इसी क्रम में बच्चों के द्वारा आचार्य श्री विद्यासागर के जीवन कृतित्व पर एक नाटिका प्रस्तुत की गई जिसमें आचार्य श्री का पूरा जीवन वृतांत बताया गया। जब यह नाटिका प्रस्तुत की गई तो हर कोई भावुक हो उठा। आचार्य श्री की दीक्षा से लेकर आचार्य श्री के आचार्य पद तक का सार नाटिका के द्वारा बताया गया। एवं आचार्य श्री की प्रेरणा से चलाए जा रहे प्रकल्पों के विषय में भी इस नाटिका में बताया साथ ही आचार्य श्री को जब आचार्य गुरुवर ज्ञान सागर महाराज ने आचार्य पद दिया गया उस दृश्य को भी इस नाटिका में प्रस्तुत किया गया। यूं कहां जाए तो यह प्रस्तुति आचार्य श्री के चरणों में सच्ची विनयांजलि प्रस्तुत कर रही थी। इस अवसर पर पाठशाला में अध्ययन करा रही समस्त शिक्षिकाओं का भी सम्मान समाज के द्वारा किया गया अंत में समाज की ओर से समाज अध्यक्ष दिलीप कुमार विनायका ने पाठशाला के बच्चों के द्वारा एवं शिक्षिकाओं द्वारा दी गई प्रस्तुति को सराहा एवं आभार प्रेषित किया।