हिरनई(विश्व परिवार) । मुनि श्री प्रमाण सागर जी महाराज ने श्री चंद्रप्रभु दि.जैन अतिशय क्षेत्र हिरनई में धर्मसभा को सम्वोधित करते हुये व्यक्त किये उन्होंने कहा कि मूल्यहीन बातें और मूल्यहीन कामों में अपने वहूमूल्य समय को नष्ट मत कीजिये “खोया हुआ समय लाखों रुपया देकर भी नहीं चुकाया जा सकता उन्होंने जीवन की चार बातों पर ध्यान आकृषित करते हुये विश्व विजेता सिकंदर का उदाहरण देते हुये कहा कि उसने विश्वविजेता बनने के लिये अपने जीवन की सारी सांसों को खपा दिया वह अपना पूरा सामराज्य दैने को तत्पर हो जाता है लेकिन वह अपने आपको मौत के हलाहल से नहीं बचा पाता। वह कहता है कि जब मेरा जनाजा उठाओ तो मेरे दौनों हाथ बाहर निकाल दैना जिससे लोग देखें कि विश्व विजेता सिकंदर जब इस संसार से गया तो खाली हाथ ही गया थाः उन्होंने कहा कि मूल्यहीन विचारों, मूल्यहीन कामों से अपने आत्मतत्व को पहचानो? कयी कयी बार हमारे अंदर ऐसे विचार उत्पन्न होते है जिनका हमारे जीवन में कोई मूल्य नहीं होता, ऐसी बातें और ऐसे काम को करने से अपने आपको बचाइये। आजकल लोग कहते है कि “हम बहूत बिजी है” “रत्तीभर काम नहीं क्षण भर को फुरसत नहीं” “विजी व्लाउट वर्क” कहते है कि एक मनुष्य के औसतन 24 घंटे में साठ हजार विचार आते है जिनमें काम के बिचार कम और फिजूल के बिचार ज्यादा होते है, मुनि श्री ने कहा कि मूल्यहीन बातों और मूल्यहीन विचारों पर ध्यान मत दो “अल्पमूल्य बातों का उपयोग तो करो लेकिन उसमें उलझो मत उन्होंने धन वैभव और गुण वैभव में अंतर स्पष्ट करते हुये कहा कि धन वैभव अल्पमूल्य वाला तथा गुण वैभव बहुमूल्य बाला होता है जैसे आप अपने जीवन में मूल्यवान बस्तुओं को तिजोरी में सम्हाल कर रखते है उसी प्रकार अपने अंदर के बहुमूल्य गुणों को भी सम्हाल कर रखिये तथा आत्मतत्व को समझकर अपने इस बहूमूल्य जीवन को आगे बड़ाइये। उपरोक्त जानकारी देते हुये प्रवक्ता अविनाश जैन ने बताया मुनिसंघ ने प्रातःकाल 7 बजे अतिशयक्षेत्र ग्राम हिरनयी में प्रवेश किया यहा पर शेलेन्द्र बांसल राहुल बांसल तथा राहिल बांसल सहित सकल दि. जैन समाज विदिशा सहित बड़ी संख्या में बाहर से आऐ हुये गुरुभक्त मौजूद थे धर्म सभा से किरीमौहल्ला की पाठशाला की तनिष्का जैन ने बच्चों के साथ मंगलाचरण किया एवं पादप्रक्षालन बासल परिवार ने किया एक जून शनिवार को को प्रातः5-15 पर मुनिसंघ का विहार हिरनयी से9 कि. मी आगे ओल्मपस स्कुल के लिये होगा यंहा पर ही प्रातःकाल प्रवचनसभा एवं आहारचर्या तथा सांयकाल6 बजे से शंकासमाधान का कार्यक्रम संपन्न होगा तथा रात्री विश्राम रहेगा रविवार 2 जून को प्रातःकाल5-15 बजे ओलमपस स्कूल से मंगल विहार प्रारंभ होगा जो कि वंटीनगर स्थित श्री धर्मनाथ दि. जैन मंदिर से भव्य मंगल अगवानी जुलूस निकाला जाऐगा जो कि पीतलमिल चौराहा ओव्हरब्रिज खरीफाटक रोड़ से माधवगंज चौक पर पहुंचकर धर्मसमा में परिवर्तित होगी मुनिसंघ का उदवोधन होगा तथा आहार चर्या श्री शांतिनाथ दि. जैन मंदिर स्टेशन से होगी तथा दिनभर का विश्राम यंही रहेगा एवं सांयकाल शंकासमाधान 6-15 से माधवगंज स्थित पांडाल में होगा।