मधुवन शिखर जी में फाल्गुन महोत्सव की धूम पाडूकशिला होगा कलशाविषेक
दो सौ वर्ष पूर्व हुई थी भगवान श्री पुष्पदंत स्वामी की प्रतिष्ठा –मुनि श्री
(विश्व परिवार)-मधुवन शिखर जी तीर्थ राज सम्मेद शिखर जी फाल्गुन अंष्टानिका महापर्व के अवसर आयोजित श्री सिद्ध चक्र महा मंडल विधान एवं विश्व शांति महायज्ञ के समापन पर भगवान जिनेन्द्र देव की भव्य रथ यात्रा बंगला विहार उड़ीसा दिगम्बर जैन तीर्थ क्षेत्र कमेटी के तत्वावधान में 24मार्च को दोपहर एक बजे से निकाली जाएगी वर्षों वाद फाल्गुन महोत्सव के रूप श्री की भव्य यात्रा निकाली उक्त आश्य केउद्गार मध्यप्रदेश महासभा संयोजक विजय धुर्रा श्री सिद्ध चक्र महा मंडल विधान एवं विश्व शांति महायज्ञ के दौरान तेरह पंथी कोठी के श्री विद्यासागर सभागार में विधान के दौरान कहें मिली सूचना के अनुसार बर्षा वाद हो रहे रथयात्रा महोत्सव की सभी तैयारियो तेरह पंथी कोठी के पदाधिकारियों की निगरानी में की जा रही है
विश्व शांति महायज्ञ में पुण्यर्जक हरसौरा परिवार ने की शान्ति धारा
इसके पहले आज श्री सिद्ध चक्र महा मंडल विधान एवं विश्व शांति महायज्ञ में भगवान के कलशाविषेक के साथ ही जगत कल्याण की कामना के लिए महा शान्ति धारा पुण्यर्जक परिवार से पदम चन्द्र राजेन्द्र कुमार प्रकाश जी हुकम काका प्रतीक हरसौरा परिवार कोटा विजय धुर्रा अशोक नगर अशोक खादी संजय दुगेरिया प्रदीप टोंग्या सुनील जैन कैलाश जैन सहित अन्य भक्तों द्वारा की गई इसके बाद भगवान की महा आराधना करते हुए मंडल पर पांच सौ चौबीस अर्घो का समर्पण पूरे भक्ति भाव के साथ संगीत की थाप पर नृत्य गान करते हुए भक्तों द्वारा किया गया इस दौरान पुण्यर्जक परिवार पदम कुमार राजेन्द्र कुमार प्रकाश जी हुकम काका हरसौरा परिवार कोटा सहित सभी भक्तों ने वारी वारी से मंडल पर श्री फल समर्पित किए।
श्री पुष्पदंत स्वामी की मनमोहक प्रतिमा सभी को अपनी ओर खींचती है–मुनि श्री
इस दौरान तेरह पंथी कोठी में धर्म सभा को सम्बोधित करते हुए उपाध्याय श्री विभ्जन सागर जी महाराज ने कहा कि भगवान श्री पुष्पदंत स्वामी की प्रतिष्ठा को दो सौ वर्ष हो गए भारत वर्ष में तीर्थ भूमि के मूल नायक के रूप में श्री पुष्पदंत स्वामी की ये सबसे प्राचीन प्रतिमा है प्रभु चरणों में आने के बाद यहां से मन दूर नहीं जाता वार वार ऐसा लगता है कि हम प्रभु की चरण छाव में जाकर बैठ जायें दूर दूर से आने वाले भक्तों की थकावट भी प्रभु की एक झलक मिलते ही दूर हो जाती है इस दौरान मध्यप्रदेश महासभा संयोजक विजय धुर्रा ने कहा कि श्री सिद्ध चक्र महा मंडल विधान एवं विश्व शांति महायज्ञ आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के चरणों में चरणों में अपना जीवन समर्पित करने वाले वाल ब्रह्मचारी प्रतिष्ठाचार्य श्री वीरेन्द्र भइया के द्वारा प्रभुश्री पुष्पदंतस्वामी के चरण छाव में कराया जा रहा है हम सब का सौभाग्य है कि हमें तीर्थ राज सम्मेद शिखर जी अंष्टानिका महापर्व मनाने का सौभाग्य मिला इस दौरान प्रतिष्ठा चार्य श्री वीरेन्द्र भ इया ने कहा कि श्री सिद्ध चक्र महा मंडल विधान की अपनी महिमा है आप जितनी बार सिद्धो की आराधना करते चले जायेंगे आपका आनंद भी उतना उतना बढ़ता चला जायेगा