कुरूद(विश्व परिवार) | छत्तीसगढ़ के कुरूद में स्थित वृद्धि विहार भरदा चौक में गुरुवार से पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण की कथा चल रही है। मंगलवार को कथा में प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पहुंचे। इस दौरान पंडित मिश्रा ने कहा कि जब से विष्णुदेव साय मुख्यमंत्री बने हैं, तब से छत्तीसगढ़ में सब साय-साय चल रहा है।
कुरूद में चल रही शिवपुराण कथा कार्यक्रम के संरक्षक विधायक अजय चंद्राकर ने कथावाचक पंडित मिश्रा का स्वागत किया। वहीं कथा के छठीं दिन पंडित मिश्रा ने भक्तों को भगवान शिव की महिमा का रसपान कराया। पूरा पंडाल कथा श्रावकों से खचाखच भरा हुआ था। कथा के छठीं दिन सीएम विष्णुदेव साय अपनी पत्नी के साथ कथा श्रवण करने पहुंचे। जहां पंडित प्रदीप मिश्रा ने उनकी सरकार की जमकर तारीफ की।
सब काम फुर्ति-फुर्ति में हो रहे
कथा श्रवण करने पहुंचे सीएम साय के समक्ष व्यास पीठ पर बैठे पंडित मिश्रा ने सीएम की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि मैंने एयरपोर्ट पर पूछा कि छत्तीसगढ़ में क्या चल रहा है। इस पर जवाब आया कि यहां जब से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी विराजमान हुए हैं तब से सब साय-साय चल रहा है। वहीं उन्होंने कहा कि व्यास पीठ से मैं कह रहा हूं कि शंकर जी को एक लोटा जल चढ़ाओ, वे तुम्हारा भंडार साय-साय भर देंगे। आगे उन्होंने कहा कि जैसे विष्णुदेव साय के आने से सब साय-साय हो रहा है, वैसे ही मेरे महादेव की कथा से सब साय-साय हो जाएगा।
छत्तीसगढ़ की धरती पर शिव रूपी चुंबक
पंडित मिश्रा ने कथा के दौरान छत्तीसगढ़ की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि यहां की धरती में शिव तत्व रूपी चुम्बक लगी हुई है, इसके कारण मैं यहां बार-बार कथा करने के लिए खिंचा चला आता हूं। कुरुद वालों का पुण्य प्रबल है, जिसके कारण अभी कई जगहों की तैयारी हो जाने के बाद भी कथाएं कैंसिल हो गई, पर यहां के लोगों को कथा सुनने का सौभाग्य मिल रहा है।
महिलाओं को क्यों लगाना चाहिए सिंदूर
प्रदीप मिश्रा ने शिव तत्व की महिमा विस्तार से बताई। उन्होंने कहा कि जब कोई नारी शिवलिंग में जलाभिषेक करती है तो वह अपने मायके व ससुराल के 71-71 पीढ़ियों के कल्याण के मार्ग प्रशस्त करती है। जिस तरह से हमें पंखे या कूलर सामने बैठने से ठंडी हवा का अहसास होता है, वैसे ही शिव मंदिर या कथा में बैठने से हमारा दुःख कम होने लगता है। वहीं उन्होंने सिंगरौली के सिंदूर की महिमा के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि महिला सिंदुरा के सिंदूर लगाती है। उसे कोई साधारण पुरुष आंख उठाकर भी नहीं देख सकता। क्योंकि विवाह के समय के सिंदुरा वाले सिंदूर में 64 योगिनियों का बल है। इसलिए विवाहित महिलाओं को सिंदूर जरूर लगाना चाहिए।