Home गुजरात हाइट सिर्फ 3 फुट, लेकिन हौसला ऊंचा, MBBS डॉक्टर बने भावनगर के...

हाइट सिर्फ 3 फुट, लेकिन हौसला ऊंचा, MBBS डॉक्टर बने भावनगर के गणेश बरैया

80
0
  • सिर्फ 3 फुट लंबे डॉ. बरैया ने अपने लक्ष्य को पाने के लिए अपने स्कूल प्रिंसिपल की मदद ली।
  • उन्होंने जिला कलेक्टर के साथ-साथ गुजरात के शिक्षा मंत्री से भी लगातार संपर्क किया।
  • मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के फैसले को चुनौती दी।

भावनगर(विश्व परिवार)गुजरात के भावनगर शहर के रहने वाले डॉ. गणेश बरैया इन दिनों सुर्खियों में है। सिर्फ 3 फुट की ऊंचाई वाले Dr. Ganesh Baraiya ने अपनी कम ऊंचाई को अपनी सफलता में बाधा नहीं बनने दिया और MBBS की डिग्री हासिल कर ली है। कई मुसीबतों को पार करने के बाद गणेश बरैया आखिरकार MBBS बन गए हैं। हैरानी वाली बात ये है कि कुछ साल पहले Dr. Ganesh Baraiya को मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने कम लंबाई के कारण MBBS करने के लिए ही अयोग्य घोषित कर दिया था।

गणेश बरैया ने हार नहीं मानी

सिर्फ 3 फुट लंबे डॉ. बरैया ने अपने लक्ष्य को पाने के लिए अपने स्कूल प्रिंसिपल की मदद ली। इसके अलावा उन्होंने जिला कलेक्टर के साथ-साथ गुजरात के शिक्षा मंत्री से भी लगातार संपर्क किया और मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के फैसले को चुनौती दी। Dr. Ganesh Baraiya ने काउंसिल के फैसले के खिलाफ गुजरात हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। गुजरात हाई कोर्ट में केस हारने के बाद डॉ. बरैया ने उम्मीद नहीं खोई और सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। गणेश बरैया ने साल 2018 में केस जीता और 2019 में MBBS में प्रवेश लिया। अब Dr. Ganesh Baraiya एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त करने के बाद भावनगर के सर टी अस्पताल में प्रशिक्षु के रूप में काम कर रहे हैं।

मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने दी थी ये दलील

डॉ. गणेश बरैया ने बताया कि 12वीं पास करने के बाद जब एमबीबीएस में दाखिला लेना चाहते थे तो मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया समिति ने उनका फार्म रिजेक्ट कर दिया था। काउंसिल की दलील थी कि आपातकालीन मामलों को संभालने में उनकी हाइट बाधा बन सकती है। लंबी लड़ाई के बाद आखिरकार उन्हें सुप्रीम कोर्ट में जीत हासिल हुई।

डॉ. बरैया का कहना है कि जब मैंने अस्पताल में प्रैक्टिस शुरू की तो शुरुआत में मरीज उनकी लंबाई के आधार पर उन्हें आंकते थे, लेकिन समय के साथ सब कुछ सहज हो गया है। अभी भी कई मरीज मुझे देखते हैं तो चौंक जाते हैं, लेकिन फिर वे मुझे स्वीकार कर लेते हैं और मैं भी उनके शुरुआती व्यवहार से अब असहज नहीं होता हूं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here