रायपुर (विश्व परिवार)। रायपुर नगर निगम चुनाव का मुकाबला इस बार दिलचस्प हो गया है। नामांकन के आखिरी दिन भाजपा ने शक्ति प्रदर्शन किया, वहीं कांग्रेस की नामांकन रैली रद्द हो गई। रायपुर मेयर के लिए 28 लोगों ने नॉमिनेशन फॉर्म भरा है। वहीं, शहर के 70 वार्डों में 419 लोगों ने नामांकन जमा किया है।
नगर निगम चुनाव में महिलाओं के लिए 23 सीटें आरक्षित है। लेकिन भाजपा और कांग्रेस ने 26-26 महिलाओं को मैदान में उतारा है। इस बार भाजपा ने 18 सिटिंग पार्षद और कांग्रेस ने 17 सिटिंग पार्षदों की टिकट काटी है। 70 वार्डों में कांग्रेस ने 5 मुस्लिम कैंडिडेट को टिकट दिया है। जबकि बीजेपी ने एक भी मुस्लिम कैंडिडेट को नहीं उतारा है।
कांग्रेस के ये पार्षद हुए बागी
कांग्रेस पार्टी ने वैसे तो 17 सिटिंग पार्षदों के टिकट काटे हैं, इनमें से 4 पार्षदों ने निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए नामांकन डाला है। मेयर इन काउंसिल के सदस्य आकाश तिवारी, जोन 2 के अध्यक्ष हरदीप सिंह (बंटी होरा) MIC सदस्य समीर अख्तर और MIC सदस्य जितेन्द्र अग्रवाल ने निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया है। बंटी होरा और जितेन्द्र अग्रवाल ने पार्टी छोड़ने का ऐलान भी कर दिया। समीर अख्तर और आकाश पार्टी के नेताओं से नाराज है।
भाजपा ने 18 पार्षदों के टिकट काटे
भाजपा ने पिछला चुनाव जितने वाले 29 पार्षदों में 18 के टिकट काट दिए हैं। इनमें से तीन का वार्ड आरक्षित हो गया। इस वजह से वे चुनाव नहीं लड़ पा रहे हैं। बाकी 15 में ज्यादातर महिलाएं हैं। इन्हें पिछले चुनाव में वार्ड महिला आरक्षित होने के कारण टिकट मिला था। इस बार इनके टिकट काटकर कुछ नए और कुछ पूर्व पार्षदों को दिया गया है।
बाकी 14 टिकट या तो पार्षदों को दिए गए हैं या उनके परिवार के किसी सदस्य को। कुछ पार्षदों का टिकट गुड परफार्मेंस नहीं देने के कारण काटा गया है। भाजपा ने पार्षदों के टिकट बंटवारे में नए पुराने का कंबिनेशन किया है।
कुशाभाऊ ठाकरे वार्ड से भाजपा की तेज-तर्रार पार्षद सुशीला धीवर का टिकट काट दिया गया। बताया जा रहा है कि उनके खिलाफ बहुत से लोग लामबंद थे। रानी लक्ष्मी बाई वार्ड से पार्षद विश्वदिनी पांडे का टिकट कट गया है। वे इस बार महापौर की दौड़ में थीं। ना मेयर की टिकट नहीं मिली और ना पार्षद की। हालांकि पांडे ने कहा कि, वे खुद ही वार्ड की राजनीति नहीं करनी चाहती हैं।
तीन बार की पार्षद सीमा संतोष साहू को भी पार्टी ने टिकट नहीं दिया। वे भी मेयर के दावेदारों में एक थी, लेकिन टिकट नहीं मिला। शंकर नगर वार्ड की सुमन राम प्रजापति का टिकट भी काटा गया है। पिछली बार वार्ड महिला आरक्षित होने के कारण राम प्रजापति ने अपनी पत्नी को उतारा था। सुंदर नगर वार्ड इस बार सामान्य महिला होने के कारण पार्षद मृत्युंजय दुबे रेस से बाहर हो गए।
ब्राह्मणपारा वार्ड के अन्य पिछड़ा वर्ग आरक्षित होने के कारण पार्षद सरिता दुबे को सुंदर नगर से टिकट दिया गया है। कन्हैया लाल बाजारी वार्ड से पार्षद विनोद अग्रवाल का टिकट काटा गया है। उनका वार्ड ओबीसी हो गया। आसपास के सभी वार्ड आरक्षण में फंसने के कारण उन्हें वहां भी मौका नहीं मिला।
महामाया मंदिर वार्ड की पार्षद सरिता वर्मा का टिकट कट गया है। वे काफी पुरानी पार्षद हैं। उनका वार्ड इस बार भी अन्य पिछड़ा वर्ग महिला आरक्षित हुआ है। फिर भी पार्टी ने रिपीट ना करते हुए नई प्रत्याशी को मौका दिया।
4 वार्डों के प्रत्याशियों के नाम ही घोषित नहीं
कांग्रेस पार्टी ने 66 वार्डों के अपने उम्मीदवारों के नाम जारी किए हैं। मौलाना अब्दुल रऊफ, मदर टैरेसा, डॉ. राजेंद्र प्रसाद और ले. अरविंद दीक्षित वार्ड के प्रत्याशियों के नाम मंगलवार देर रात तक जारी नहीं किए गए। पार्टी सूत्रों का कहना है इन वार्डों में जिन्हें टिकट दिया जा रहा है, उनके नाम को लेकर बड़ी बगावत हो सकती है।
मौलाना अब्दुल रऊफ वार्ड से मेयर एजाज ढेबर की पत्नी अरजुमन ढेबर का नाम लगभग तय है। एजाज खुद भगवतीचरण शुक्ल वार्ड से प्रत्याशी हैं। डॉ. राजेंद्र प्रसाद वार्ड से रामकुमार साहू, अरविंद दीक्षित वार्ड से पार्षद आकाशदीप शर्मा का टिकट काटकर सुरजीत कुमार का नाम तय किया गया है। मदर टैरेसा वार्ड से ताराचंद यादव का टिकट फाइनल बताया जा रहा है। इन वार्डों में टिकट आबंटन को लेकर बड़े नेताओं के बीच आपस में खींचतान मची है।