(विश्व परिवार)-लाडनूं (शरद जैन सुधांशु) श्री भारतवर्षीय दिगंबर जैन महासभा, प्राच्यविद्या एवं जैन संस्कृति संरक्षण संस्थान, जयपुर के संयुक्त तत्वावधान में “वर्तमान को वर्धमान की आवश्यकता है” विषयक एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के अवसर पर प्राच्यविद्या एवं प्राकृत भाषा की मर्मज्ञ प्रो जिनेंद्र कुमार जैन, विभागाध्यक्ष प्राकृत एवं संस्कृत विभाग, जैन विश्वभारती विश्वविद्यालय, लाडनूं को भारतवर्षीय दिगंबर जैन महासभा दिल्ली द्वारा आपके उत्कृष्ट साहित्य सृजन एवं साहित्यिक अवदानों के लिए आपको साहित्योपासक उपाधि से अलंकृत कल सम्मानित किया गया।
यह सम्मान भारतवर्षीय दिगंबर जैन श्रुत संवर्धिनी महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ निर्मल जैन, भोगीलाल लहरचंद इंस्टिट्यूट दिल्ली के निर्देशक प्रो. विजय जैन, लखनऊ, लाल बहादुर शास्त्री केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के प्रो. वीरसागर जैन, प्रो. अनेकांत जैन, एवं महासभा के सदस्यों द्वारा प्रदान किया गया।
समान स्वरूप प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह, सोल भेंट एवं उपहार भेंट किया गया।
इस अवसर पर विद्वत जगत के लोगों ने डॉ जैन को दूरभाष एवं सोशल मीडिया के माध्यम से शुभकामनाएं एवं बधाई संदेश प्रेषित किया।