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खुद को जीतने के लिए दूसरों को हराना आवश्यक नहीं : सीए निखिल बाधमार डॉक्टर श्रेणिक नाहटा ने शिवराथिर्यों को स्वस्थ स्वास्थ्य पर मार्गदर्शन दिया

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दुर्ग(विश्व परिवार)– जय आनंद मधुकर रतन भवन में 1 तारीख से 9 तारीख तक आयोजित श्रमण संघीय जैन संस्कार शिविर में डा श्रेणिक नाहटा व सीए निखिल जी बाघमार अतिथि वक्ता के रुप में कई प्रेरक मार्गदर्शन प्रदान किया बच्चों को ज्ञानवर्धक ,जीवन जीने के तरीके अपने आप को स्वस्थ और सुरक्षित रखने व आगे बढ़ने का मार्ग दर्शन दिया
बच्चों ने भी उत्साह पूर्वक अतिथि वक्ताओं से अपनी जिज्ञासा का समाधान प्राप्त किया युग देशलहरा भावेश संचेती नव बाफना सिद्धार्थ काकरिया जैनम बाघमार गुंजन नाहर ने भी शिविर को लेकर अपनी बात रखी

श्रमण संघीय जैन संस्कार आवासीय शिविर में पिछले दो दिवस में डा श्रेणिक नाहटा एवं सीए निखिल बाधमार का व्यक्तित्व विकास पर प्रेरक मार्गदर्शन एवं उद्बोधन बच्चों कोआयोजित शिविर में सुनने को मिला

व्यक्तित्व विकास पर सीए निखिल बाधमार ने बच्चों को संबोधित करते हुए अच्छे बिंदुओं पर अपने विचार रखें उन्होंने कहा

अपने आप को पहचानो अपनी ताकत को समझो
कभी अपने आप को किसी से कम नहीं समझो

कभी अपने आप को किसी से कम नहीं समझना

हम श्रेष्ठ हैं हममें भी वह सारी खूबियां हैं मंजिल को पाने की

अनुशासन में रहेंगे तो हमेशा गोल लक्ष्य को प्राप्त करोगे

अपने लक्ष्य को छोटे-छोटे
सफल कार्यों से बता दो

खुद जीतने के लिए दूसरों को हराना जरूरी नहीं
हमें अपना लक्ष्य खुद को जीतने के लिए रखना है ना की दूसरों को हारने को लेकर अपनी श्रेष्ठ का साबित करने में दूसरों को हराकर खुश होना अच्छी बात नहीं है अपना लक्ष्य निर्धारण सिर्फ जीत की ओर होना चाहिए
जब जब हम अनुशासन में रहेंगे अनुशासित होकर अपना लक्ष्य तय करेंगे तो संसार की कोई भी ताकत हमें जीत दर्ज करने से नहीं रोक सकती
हम बेस्ट हैं यह खूबियां हमारे अंदर समाहित है बस इसका समुचित उपयोग करने की आवश्यकता है अपने छोटे-छोटे कार्यों को सिद्ध करते हुए हम सफल हैं यह हम समाज को बता सकते हैं आप अपने आप को किसी दूसरी ताकत से काम मत समझो आपके अंदर भी वह सारी शक्तियां विद्यमान है जो आपको विजय श्री की ओर अग्रसर करती है

शहर के नामी दंत चिकित्सक और जैन समाज के गौरव डॉक्टर श्रेणिक नाहटा स्वास्थ्य के संबंध को लेकर अपनी बात रखी
जीवन में सफल होने के लिए सबसे पहले हमारा स्वस्थ होना अत्यंत आवश्यक है पूरे अनुशासित तरीके से दैनिक कार्यक्रम को योजनाबद्ध तरीके से जीने की आवश्यकता है
ध्यान योग हर कार्य को करने की अपनी एक समय सीमा का प्रतिदिन समय का निर्धारण ही हमें सफलता के मार्ग की ओर लगातार अग्रेषित करती है बच्चों ने कई प्रश्न भी पूछे जिसका सकारात्मक जवाब उत्तर से डॉक्टर श्रेणिक नाहटा शिविर में शानदार तरीके से दिया
साध्वी विजय श्री जी एवं साध्वी प्रियदर्शना श्री जी के मंगल पाठ के साथ शुभारंभ हुआ

श्रमण संघीय संस्कार शिविर के के सुन्दर संयोजन में श्रमण संघ स्वाध्याय मंडल श्रमण संघ महिला मंडल का विशेष सहयोग से शिविर का शानदार संचालन चल रहा हे
आने वाले दिनों में सुमन संघ के पूर्व मंत्री टीकम छाजेड़ संघ समर्पण पर अपनी बातें शिवराथियों के साथ साझा करेंगे

 

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