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46 दिगम्बर जैन मंदिरों में शुरु हुए ग्रीष्मकालीन धार्मिक शिक्षण शिविर-5 वर्ष से 80 वर्ष तक के लगभग 4000 शिविरार्थी होगें लाभान्वित

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जयपुर(विश्व परिवार)– श्रमण संस्कृति संस्थान सांगानेर, संत सुधा सागर आवासीय कन्या महाविद्यालय एवं श्री दिगम्बर जैन महिला महासमिति के सहयोग से शहर के 46 दिगम्बर जैन मंदिरों में आयोजित 15 दिवसीय ग्रीष्मकालीन धार्मिक शिक्षण शिविरों का धूमधाम से शुभारम्भ हुआ। इन शिविरों में जैन धर्म की प्रारंभिक शिक्षा के साथ साथ धर्म की गूढ़ जानकारी भी दी जाएगी।
संत सुधासागर आवासीय कन्या महाविद्यालय की अधिष्ठात्री शीला डोड्या ने बताया कि इन शिविरों का आयोजन जयपुर के 46 मंदिरों में 30 मई तक चलेगा।
निर्देशिका डॉ वन्दना जैन ने बताया कि संत शिरोमणि आचार्य विद्या सागर महाराज के परम प्रभावक शिष्य निर्यापक श्रमण सुधासागर महाराज के आशीर्वाद से संचालित श्रमण संस्कृति संस्थान के अन्तर्गत संचालित संत सुधासागर आवासीय कन्या महाविद्यालय एवं अखिल भारतीय श्रमण संस्कृति महिला महासमिति द्वारा श्री दि जैन महिला महासमिति के सहयोग से आचार्य विद्या सागर महाराज की उत्कृष्ट त्याग तपस्या को समर्पित उपकार महोत्सव के रूप में इन ग्रीष्मकालीन धार्मिक शिक्षण शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।
उपाध्यक्ष नीना पहाड़िया ने बताया कि श्रमण संस्कृति संस्थान सांगानेर के विद्वान एवं संत सुधा सागर महिला महाविद्यालय की विदूषी बहनों द्वारा पूजन प्रशिक्षण ,जैन धर्म शिक्षा भाग1-2, छ: ढाला, तत्वार्थ सूत्र,भक्तामर स्तोत्र ‘द्रव्य संग्रह, इष्टोपदेश,रत्नकरण्डक श्रावकाचार,आदि का पाठन पठन मनन व व्याख्या ,एवं अनेक धार्मिक गति विधियों द्वारा जैन धर्म का शिक्षणदिया जाएगा।इन शिविरों में 5 वर्ष से 80 वर्ष तक के लगभग 4000 बालक बालिकाएं, महिला पुरुष लाभान्वित होंगे।
श्री दिगम्बर जैन महिला महासमिति की राष्ट्रीय अध्यक्ष शीला डोडिया ने बताया इन शिविरों के लिए डाॅ वन्दना जैन एवं नीना पहाड़िया ने विदुषियों के तिलक लगाकर एवं दुप्पटा पहनाकर शिविर स्थलों के लिए विदा किया।
श्रीमती डोड्या के मुताबिक अधिकतर बालिकाएँ स्थानीय परिवारों में रह कर प्रशिक्षण देंगी। कुछ बालिकाएँ प्रतिदिन आना जाना करेंगी ।
नीना पहाड़िया के मुताबिक इन शिविरों में पढ़ाए गए विषयों की स्थानीय परीक्षा होगी। उत्तीर्ण होने वाले प्रशिक्षणार्थियों को स्थानीय कमेटी द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा।
हर मंदिर से हर विषय में प्रथम आने वाले प्रशिक्षणार्थियों की पुनः परीक्षा संत सुधासागर आवासीय कन्या महाविद्यालय में पं रतन लाल बैनाडा की स्मृति में रत्नाकर पुरस्कार हेतु होगी।जिसका पुरस्कार 2100/-व शील्ड संस्थान द्वारा दी जाएगी  अधिकतम प्रशिक्षणार्थियों की संख्या ,अधिक विषयों का पाठन के आधार पर तीन श्रेष्ठ मंदिरों को पुरस्कृत किया जाएगा
प्रत्येक शिविर स्थल पर आचार्य विद्या सागर महाराज के जीवन से संबंधित विषयों अथवा संस्मरणों पर 10मिनट की प्रस्तुति दी जाएगी ।श्रेष्ठ प्रस्तुति को पुरस्कृत किया जाएगा ।

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