तीन दिवसीय नाट्य समारोह का आयोजन संस्कार भारती छत्तीसगढ़ द्वारा
रायपुर(विश्व परिवार)– संस्कार भारती छत्तीसगढ़ के तत्वावधान में पूर्व अध्यक्ष एवं प्रसिद्ध रंगकर्मी स्व. अशोक चंद्राकर जी की स्मृति में रंग संस्कार महोत्सव का आयोजन रायपुर में हो रहा है। दिनांक 17 – 18 – 19 मई 2024 को आयोजित इस त्रि-दिवसीय महोत्सव में कुल सात नाटक प्रस्तुत होंगे । रोज 6:30 बजे से यह महोत्सव महाराष्ट्र मंडल चौबे कॉलोनी रायपुर के संत ज्ञानेश्वर सभागृह में शुरू होगा ।
शुक्रवार 17 मई को प्रदर्शित आदि गाथा के निर्देशक श्री किशोर वैभव एवं इंद्र धनु(मराठी) के निर्देशक श्री प्रसन्न निमोंणकर होंगे । शनिवार 18 मई को बहादुर बेटी निर्देशक श्री अंशु प्रजापति एवं अपने हिस्से का स्वर्ग निर्देशक श्री आर्यन सारस्वत एवं कलंकार (छत्तीसगढ़ी) निर्देशक श्री अर्जुन दास मानिकपुरी द्वारा प्रस्तुत होगा। रविवार 19 मई की प्रस्तुति में अंधेर नगरी चौपट राजा निर्देशिका श्रीमती अर्पिता बेडेकर एवं मी अहिल्या बोलतेय निर्देशक श्री त्रिलोचन सोना रहेंगे ।
संस्कार भारती के राष्ट्रीय नाट्य विधा संयोजक श्री प्रमोद पवार , फिल्म कलाकार एवं निर्देशक मुंबई तीनों दिवस उपस्थित रहेंगे । इस अवसर पर संस्कार भारती द्वारा मध्य क्षेत्र की त्रि – दिवसीय नाट्य निर्देशन एवं नाट्य लेखन कार्यशाला श्री शिकारपुरी पंचायत भवन समता कालोनी में रखी गई है । इसमें भोपाल , जबलपुर , इंदौर , उज्जैन , देवास, रायपुर , भिलाई , बिलासपुर , रायगढ़ , अंबिकापुर आदि स्थानों से संस्कार भारती के नाट्य विधा से जुड़े सूचित कलाकार भाग लेंगे ।
संस्कार भारती छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष एवं प्रसिद्ध लोक कलाकार श्री रिखी क्षत्रिय भिलाई ने बताया कि नाट्य विधा के संवर्धन एवं कलाकारों को मंच प्रदान करने हेतु संस्था पूर्व से प्रयासरत है । छत्तीसगढ़ में नाटकों एवं लोक नाट्यों के कलाकार सभी शहरों में हैं इसलिए महोत्सव में विविध विषयों सहित अहिल्याबाई होल्कर पर भी एक नाटक की विशेष प्रस्तुति हो रही है। ज्ञातव्य है कि 31 मई 2024 से देश भर में उनकी त्रिशताब्दी वर्ष पर विशेष कार्यक्रम बन रहे हैं । इस अवसर पर महोत्सव के संयोजक एवं प्रदेश के वरिष्ठ रंग कर्मी एवं फिल्म अभिनेता श्री योगेश अग्रवाल ने बताया कि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बहुत सारे युवा नाट्य कलाकार हैं जिनको अपनी मंचीय प्रस्तुति के साथ-साथ निर्देशन का भी मौका मिले इस दृष्टि से संस्कार भारती छत्तीसगढ़ ने यह एक वृहद प्रयास किया है । विगत 1 मई से 16 मई तक लगातार चल रही कार्यशाला में उपरोक्त सभी सातों नाटकों को तैयार किया जा रहा है । सातों नाटकों के निर्देशकों को विगत एक माह से क्षेत्र प्रमुख श्री अनिल जोशी और संस्कार भारती छत्तीसगढ़ के उपाध्यक्ष एवं प्रसिद्ध रंगकर्मी व फिल्म अभिनेता प्रो. डॉ योगेंद्र चौबे , नाटक एवं लोक कला विभागाध्यक्ष, इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ का लगातार मार्गदर्शन मिल रहा है ।
दिनांक 18 मई को पुरातत्वविद् एवं प्राचीन कला विधा के प्रांतीय संयोजक श्री हरिसिंह क्षत्री कोरबा के मार्गदर्शन में चिरंतन नामक ई – पत्रिका का विमोचन होगा । यह पहला अवसर है जब राष्ट्रीय स्तर पर पुरातात्विक धरोहरों से संबंधित लेखों की पुस्तक ई माध्यम से आम जनता के लिए जारी की जायेगी ।
संस्कार भारती जिला रायपुर के अध्यक्ष व प्रांतीय सह महामंत्री डॉ. पुरुषोत्तम चंद्राकर के मार्गदर्शन में गत दिवस महोत्सव की व्यवस्थाओं का दायित्व सदस्यों को सौंपा गया । प्रांतीय कोषाध्यक्ष श्री जागेश्वर मानसर , सह कोषाध्यक्ष श्री लोकेश पवार ,जिला महामंत्री श्रीमती वृंदा तांबे, महोत्सव सह संयोजक श्री भवानी शंकर तिवारी, कबीर चंद्राकर, आचार्य रंजन मोड़क, शैल दुलारी सार्वा, श्रीमती पुष्पा पटेल,श्रीमती रंजना गुरु, भोजराज धनगर,श्रीमती अनीता वर्मा, संतोष चंद्राकर, श्रीमती मोनिका गुप्ता, श्रीमती दुर्गा जैन, लव कुश तिवारी, बसंत पटेल, प्राणदीप मानिकपुरी, ललित काकड़े, महेंद्र कश्यप, जगदीश साहू, हेमलता साहू, धनेश्वरी निषाद, आदि तैयारी में जुटे हैं ।