- कंट्रोल रूम की क्यों पड़ी जरूरत?
- संपर्क में रहेंगे पुलिस कंट्रोल रूम
- यात्रियों को दिए जाएंगे आई कार्ड
अमरनाथ(विश्व परिवार)| अमरनाथ की यात्रा से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। यात्रियों की लोकेशन पता रखने और आपदा में उनकी मदद के लिए 4 कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे।
आपको बता दें कि मुख्य कंट्रोल रूम मंडल रायसेन रोड स्थित गोविंद गार्डन के ऑफिस में रहेगा। वहीं 3 कंट्रोल रूम यात्रा मार्ग में बनाए जाएंगे।
जो कि एक जम्मू-कश्मीर में रविदास मंदिर में, दूसरा बालटाल में डोमेल गेट के पास और तीसरा चंदनबाड़ी में बनाया जाएगा।
इन चारों कंट्रोल रूम में 24 घंटे कार्यकर्ता तैनात रहेंगे। इन सभी के पास यात्रियों और उनके परिजनों के नाम,पते,फोन और मोबाइल नंबर की सूची रहेगी।
कंट्रोल रूम की क्यों पड़ी जरूरत?
अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra 2024) के दौरान कई बार अचानक प्राकृतिक आपदा आने पर यात्रियं का कॉन्टेक्ट अपने परिजनों से नहीं हो पाता है। ऐसे में यात्री काफी परेशानी का सामना करते हैं। ऐसी स्थिति में यह कंट्रोस रूम उनकी मदद करेंगे।
उनका पता लगाकर परिजनों को उनके बारे में सूचना देंगे। साथ ही आपातकालीन स्थिति में हर संभव मदद पहुंचाने की कोशिश करेगा।
संपर्क में रहेंगे पुलिस कंट्रोल रूम
मंडल के कंट्रोल रूप मे तैनात कर्मचारी अमरनाथ (Amarnath Yatra 2024) श्राइन बोर्ड के अधिकारियों से लेकर भोपाल पुलिस कंट्रोल रूम और पुलिस वायरलेस केंद्र से भी कॉन्टेक्ट में रहेंगे।
जरूरत पड़ने पर इनकी भी मदद ली जा सकेगी। इसके साथ ही बोर्ड द्वारा मौसम जैसी जानकारी भी यात्रियों और उनके परिजनों के पास पहुंचाने की कोशिश करते रहेंगे।
अमरनाथ यात्रा पर 26 जून को जाएगा पहला जत्था
अमरनाथ की यात्रा 26 जून से शुरू होगी, जो कि 19 अगस्त तक यानी की रक्षा बंधन तक चलेगी। आपको बता दें कि अभी तक भोपाल जिले में 15 हजार से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं।
कई लोग पोस्ट ऑफिस के माध्यम से अमरनाथ श्राइन बोर्ड के जरिए सीधे ग्रुप रजिस्ट्रेशन भी करा रहे हैं। मंडल के कुल 15 जत्थे जाएंगे।
यात्रियों को दिए जाएंगे आई कार्ड
मंडल के सचिव रिंकू भटेजा के मुताबिक, अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra 2024) करने वाले सभी यात्रियों को अलग से आई कार्ड बनाकर दिए जाएंगे। अभी फिलहाल 500 लोगों के नाम, पते मिल चुके हैं। बाकी की भी जानकारी ली जा रही है।
मध्यप्रदेश के जो लोग जत्थों के बजाय अकेले यात्रा पर जा रहे हैं, उनसे भी अपनी पूरी जानकारी भोपाल भेजने की अपील की जा रही है।