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 “माँ न परसे भरे न पेट, मेघा न बरसे भरे न खेत” – आचार्य श्री विद्यासागर महाराज

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छत्तीसगढ़ में किसान परिश्रम कर त्योहारों के माध्यम से प्रसन्नता, तृप्ति और संतोष के साथ रहते हैं
डोंगरगढ़(विश्व परिवार)। संत शिरोमणि 108 आचार्य श्री विद्यासागर महाराज ससंघ चंद्रगिरि डोंगरगढ़ में विराजमान है | आज के प्रवचन में आचार्य श्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहते हैं | यहाँ अनेक प्रकार के चाँवल उत्पन्न होते हैं और इस कारण यह भारत वर्ष में प्रसिद्ध है | हमारे आचार्य परमेष्ठी के भी छत्तीस मूलगुण होते हैं इस प्रकार हमारा छत्तीसगढ़ से सम्बन्ध हुआ | सुनते हैं अन्य वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष वर्षा ज्यादा हुई है | वो कहावत है – “माँ न परसे भरे न पेट, मेघा न बरसे भरे न खेत”| छत्तीसगढ़ के किसान भी बहुत होशियार हैं वे खेत को ऐसा कटोरा जैसा बना लेते हैं जिससे पानी बिलकुल भी बाहर नहीं जा पाता है और खेत में पानी लबालब भरे रहते हैं | अपव्यय होता ही नही है तो बहुत सारा उत्पाद होना है । अपव्यय नही होगा तो सभी किसान खुश नजर आते हैं इस प्रकार यहां चावल होता है इतना वैसे ही यहां के लोग अपव्यय तो नही करते दिनो का, समय का किन्तु त्योहार बहुत मनाते हैं | छुट्टी नही महाराज त्योहार है । इन त्योहार के माध्यम से वो अपने परिश्रम को भी हरा देते हैं और शांति के साथ प्रसन्नता के साथ, तृप्ति के साथ, संतोष की भी ये उपासना करते रहते हैं हमेशा।आज गुरुपूर्णिमा के दिन आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी के अवतरण दिवस को चंद्रगिरी में बहुत धूम – धाम से मनाया गया | प्रातः 5 बजे प्रभात फेरी निकली गयी, प्रातः 7 बजे भगवान का अभिषेक, शांति धारा, पूजन, आरती आदि कार्य किया गया तत्पश्चात प्रातः 9 बजे आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी की सुसज्जित मंगल अष्ट द्रव्य से संगीतमय पूजा की गयी तत्पश्चात आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी का प्रवचन लाभ मिला | प्रातः 11 बजे से शाम 5 बजे तक भंडारा का आयोजन किया गया जिसमे आस – पास के गाँव – शहर के लोगो ने एवं बाहर से आये दर्शनार्थियों ने भोजन किया |
आज आचार्य श्री विद्यासागर महाराज को नवधा भक्ति पूर्वक आहार कराने का सौभाग्य ब्रह्मचारिणी आयुषी जैन बेगमगंज निवासी  परिवार को प्राप्त हुआ | जिसके लिये चंद्रगिरी ट्रस्ट के अध्यक्ष सेठ सिंघई किशोर जैन, कार्यकारी अध्यक्ष श्री विनोद बडजात्या, कोषाध्यक्ष श्री सुभाष चन्द जैन,निर्मल जैन (महामंत्री), चंद्रकांत जैन (मंत्री ) ,मनोज जैन (ट्रस्टी), सिंघई निखिल जैन (ट्रस्टी),सिंघई निशांत जैन (ट्रस्टी), प्रतिभास्थली के अध्यक्ष श्री प्रकाश जैन (पप्पू भैया), श्री सप्रेम जैन (संयुक्त मंत्री) ने बहुत बहुत बधाई और शुभकामनायें दी| श्री दिगम्बर जैन चंद्रगिरी अतिशय तीर्थ क्षेत्र के अध्यक्ष सेठ सिंघई किशोर जैन ने बताया की क्षेत्र में आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी की विशेष कृपा एवं आशीर्वाद से अतिशय तीर्थ क्षेत्र चंद्रगिरी मंदिर निर्माण का कार्य तीव्र गति से चल रहा है और यहाँ प्रतिभास्थली ज्ञानोदय विद्यापीठ में कक्षा चौथी से बारहवीं तक CBSE पाठ्यक्रम में विद्यालय संचालित है और इस वर्ष से कक्षा एक से पांचवी तक डे स्कूल भी संचालित हो चुका है | यहाँ गौशाला का भी संचालन किया जा रहा है जिसका शुद्ध और सात्विक दूध और घी भरपूर मात्रा में उपलब्ध रहता है |यहाँ हथकरघा का संचालन भी वृहद रूप से किया जा रहा है जिससे जरुरत मंद लोगो को रोजगार मिल रहा है और यहाँ बनने वाले वस्त्रों की डिमांड दिन ब दिन बढती जा रही है |यहाँ वस्त्रों को पूर्ण रूप से अहिंसक पद्धति से बनाया जाता है जिसका वैज्ञानिक दृष्टि से उपयोग कर्त्ता को बहुत लाभ होता है|आचर्य श्री के दर्शन के लिए दूर – दूर से उनके भक्त आ रहे है उनके रुकने, भोजन आदि की व्यवस्था की जा रही है | कृपया आने के पूर्व इसकी जानकारी कार्यालय में देवे जिससे सभी भक्तो के लिए सभी प्रकार की व्यवस्था कराइ जा सके |उक्त जानकारी चंद्रगिरी डोंगरगढ़ के ट्रस्टी सिंघई निशांत जैन (निशु) ने दी है |
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