बैठक में तय किया गया सूचनाओं के आधार पर पुलिस व फोर्स के जवानों को टारगेट प्वॉइंट पर भेजा जाएगा। बाकी समय जवान सुरक्षित इलाकों में ही रहेंगे। वहीं, बैठक में सीएम ने पुलिस के सूचना तंत्र को मजबूत करने और स्थानीय ग्रामीणों को विश्वास में लेकर काम करने पर जोर दिया। बैठक में कहा गया कि ये पांचों राज्य बेहतर समन्वय के साथ माओवादियों के खिलाफ कार्रवाई करें, तो आशातीत परिणाम आएंगे। इसके साथ ही सम्पर्क मार्गों पर सुरक्षा बलों द्वारा सतत निगरानी और सीमावर्ती राज्यों के साथ सूचनाओं को साझा किये जाने पर भी जोर दिया गया।
अन्य राज्यों के साथ मिलकर करेंगे कार्रवाई
बैठक में छत्तीसगढ़ राज्य के सीमावर्ती राज्यों विशेषत: महाराष्ट्र, तेलंगाना, आन्ध्रप्रदेश और ओडिशा के साथ बेहतर समन्वय बनाकर सीमावर्ती क्षेत्रों में संयुक्त कार्रवाई करेंगे। सीमावर्ती राज्यों के साथ सूचनाओं को साझा किये जाने पर भी जोर दिया गया। साथ ही यह भी निर्देश दिए गए कि अभियान के दौरान स्थानीय ग्रामीणों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो।
समय-सीमा में पूरे हो विकास के काम
मुख्यमंत्री साय ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास कार्यों को प्राथमिकता देने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा, सुचारू आवागमन के लिए सड़क, पुल-पुलियों एवं अन्य शासकीय निर्माण कार्यों को उच्च गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय सीमा में पूरा किया जाए। बैठक में माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में तैनात केन्द्रीय और राज्य के सुरक्षा बलों के जवानों की समस्याओं को लेकर भी चर्चा की गई तथा सुरक्षा बलों के कैम्पों में जवानों को आवश्यक मूलभूत सुविधाएं और संसाधन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।