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नये कृषि स्टार्टअप एवं कृशक उत्पादक संगठन स्थापित करने के लिए आगे आएं कृषि विज्ञान केन्द्र : डॉ. चंदेल

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  • छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के कृषि विज्ञान केन्द्रों की तीन दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न 
रायपुर(विश्व परिवार) । इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली, कृषि तकनीकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान जोन-9, जबलपुर के अन्तर्गत आने वाले मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के 81 कृषि विज्ञान केन्द्रों की तीन दिवसीय 31वीं क्षेत्रीय कार्यशाला का आज यहां समापन हुआ। 28 से 30 जून तक आयोजित इस कार्यशाला के समापन समारोह के मुख्य अतिथि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. (कर्नल) गिरीश चंदेल थे। समापन समारोह के अध्यक्षता कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान जोन-9, जबलपुर के निदेशक डॉ. एस.आर.के. सिंह ने की। इस तीन दिवसीय वार्षिक कार्यशाला में मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के सभी कृषि विज्ञान केन्द्रों द्वारा विगत वर्ष किये गये कार्यां का प्रस्तुतीकरण दिया गया तथा आगामी वर्ष की कार्ययोजना पर विचार विमर्श किया गया। समापन समारोह के संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डॉ. गिरीश चंदेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश के कृषि विज्ञान केन्द्र नवीन अनुसंधान एवं तकनीकों को किसानों तक पहुंचा कर उनकी आय बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्रों को बाजार आधारित कृषि व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए किसानों के लिए नये स्टार्टअप शुरू करने तथा कृषक उत्पादक संगठन गठित करने हेतु आगे आना चाहिए। समापन समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले कृषि विज्ञान केन्द्रों को सम्मानित भी किया गया।
तीन दिवसीय कार्यशाला के दौरान भारतीय कृषि अर्थ व्यवस्था कृषि विकास योजनाओं, रोजगार मूलक उपादान, पर्यावरण संरक्षण, जैव विविधता संरक्षण, कृषि विपणन व्यवस्था तथा स्टार्टअप आदि में कृषि विज्ञान केन्द्रों की भूमिका के संबंध में विभिन्न तकनीकी सत्र आयोजित किये गये तथा इन विषयों पर सार्थक विचार-विमर्श किया गया। कार्यशाला स्थल पर विभिन्न कृषि विज्ञान केन्द्रों द्वारा लगाई गई  कृषि प्रदर्शनी हेतु छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश के विभिन्न कृषि विज्ञान केन्द्रों को पुरस्कृत किया गया। कृषि विज्ञान केन्द्र बिलासपुर को सर्वश्रेष्ठ विषय वस्तु प्रदर्शन हेतु सम्मानित किया गया। कृषि विज्ञान केन्द्र, बेमेतरा, जाजगीर-चांपा, रायगढ़, रायपुर, दुर्ग (पाहंदा), कांकेर, नरायणपुर, सरगुजा, मैनपाट, बलरामपुर, रतलाम, नीमच, झाबुआ, मंदसौर, छिंदवाड़ा-2, सागर-2 कृषि विज्ञान केन्द्रों को उत्कृष्ट प्रदर्शनी स्टॉल लगाने हेतु सम्मानित किया गया। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर के निदेशक विस्तार सेवाएं डॉ. अजय वर्मा ने छत्तीसगढ़ के विभिन्न कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा संचालित कृषि विकास गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कृषि विज्ञान केन्द्र, दुर्ग (पाहंदा) के प्रमुख एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. विजय जैन ने अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया। कृषि विज्ञान केन्द्र बिलासपुर के प्रमुख डॉ. अरूण त्रिपाठी ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस कार्यशाला में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के एवं विभिन्न संस्थानों के निदेशक, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर, जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय, जबलपुर, राजमाता विजया राजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय, ग्वालियर के निदेशक विस्तार सेवाएं तथा छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश के अंतर्गत कार्यरत 81 कृषि विज्ञान केन्द्रों के प्रमुख एवं वैज्ञानिक शामिल हुए।

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