मुंबई: अप्रत्याशित मुनाफे का सौदा बन चुकी डिजिटल करंसी बिटकॉइन के एक्सचेंज पर बुधवार को इंकम टैक्स विभाग ने रेड की है. ये कार्रवाई देशभर में की गई है और विभिन्न अधिकारियों की टीमें इस कार्रवाई में शामिल हैं. विभाग ने ये रेड टैक्स चोरी के मामले में की है. रेड से दफ्तर में हड़कंप मच गया और विभाग की टीमें बिटकाइन खरीद और बेचने का रिकार्ड खंगाल रही हैं. आयकर विभाग की बेंगलुरु जांच इकाई की अगुवाई में दिल्ली, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोच्चि और गुरग्राम सहित नौ एक्सचेंज परिसरों की पड़ताल की गई. यह कार्रवाई इनकम टैक्स लॉ के सेक्शन 133 ए के तहत की गई. इस धारा के तहत कार्रवाई का मकसद निवेशकों और व्यापारियों की पहचान के लिए प्रमाण जुटाना, उनके द्वारा किए गए सौदे, दूसरे पक्षों की पहचान, इस्तेमाल किए गए बैंक खातों आदि का पता लगाना होता है.
ये है बिटकॉइन
बिटकॉइन एक डिजिटल करंसी है, जो किसी कानून के दायरे में नहीं आती. इस सिक्के का इस्तेमाल सिर्फ ऑनलाइन ही हो सकता है. इसमें बैंक के लेनदेन, ट्रांसफर, डायरेक्ट ट्रांजैक्शन, ऑनलाइन शॉपिंग के लिए होता है. एक बिटकॉइन की कीमत लाखों रुपये है.
आरबीआई दे चुका है चेतावनी
2013 से ही रिजर्व बैंक बार-बार यह कहता आया है कि वर्चुअल करंसी में निवेशकों के लिए संभावित फाइनेंशियल, कानूनी और सुरक्षा संबंधी रिस्क हैं. केंद्रीय बैंक ने कहा है कि वह काफी समय से इस सेक्टर पर स्टडी कर रहा है लेकिन उसने स्पष्ट किया है कि वर्चुअल करंसी वर्तमान व्यवस्था के अनुरूप नहीं हैं.