रायपुर(विश्व परिवार) । आंजनेय विश्वविद्यालय 26 से 28 जुलाई के बीच तीन दिवसीय स्वर साधना कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यशाला की थीम “रिदम्स ऑफ इंडिया” रखी गई है। कार्यशाला में विभिन्न शास्त्रीय गायन एवं नृत्य विधाओं पर विशेष जोर दिया जाएगा। जिसमें शास्त्रीय गायन, वॉयलिन, तबला और कथक जैसी विधाएं शामिल हैं।
कार्यक्रम की संयोजिका एवं संकायाध्यक्ष डॉ. रूपाली चौधरी ने बताया कि प्रत्येक विधा के लिए विषय विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गये है, जो प्रतिभागियों को अपनी-अपनी विधा में गहन अभ्यास और प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। इस कार्यशाला का उद्देश्य प्रतिभागियों को भारतीय गायन एवं नृत्य की विविधता और गहराई से परिचित कराना है। इसके साथ ही उन्हें अपनी संगीत साधना को निखारने और उसे नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का अवसर प्रदान करेगा। कार्यशाला के दौरान, प्रतिभागी न केवल संगीत की तकनीकी बारीकियों को सीखेंगे, बल्कि वे संगीत के माध्यम से अपनी रचनात्मकता और अभिव्यक्ति को भी विकसित कर सकेंगे।कार्यशाला में गायन प्रेमी और विद्यार्थी हिस्सा ले सकते है। अधिक जानकारी और पंजीकरण के लिए विश्वविद्यालय की वेबसाइट और 8896796788, 8889722225 पर संपर्क कर सकते है।