राजिम(विश्व परिवार) । शुक्रवार शाम को अंचल में जोरदार बारिश होने से जिले का सभी जलप्रपात अब चालू हो गया है। वर्षा ऋतु प्रारंभ होने के बावजूद इस वर्ष कृषि अनूकूल और जलप्रपातों और नदी नालों पोखरों के लिए अच्छी बारिश होने में बहुत समय लग गया। यदि समयानुसार पूर्व से पर्याप्त पानी गिरा होता तो सभी पर्यटक स्थल में सैलानियों की चहलकदमी और रौनकता बढ़ गई होती, दूकानदारों की दूकाने चल गई होती, साथ ही साथ क्षेत्र में कुछ पिछली हुई कृषि कार्यों में तेजी आई होती । किन्तु अब इंतजार की घड़ी समाप्त हुई और शुक्रवार शाम को तीन घंटे की बारिश ने सभी कमियों को पूरा करते हुए अंचल को तर-बतर कर सुप्रसिद्ध पर्यटन और धार्मिक स्थलों के झरनों को प्रारंभ कर दिया है। जो प्रकृति का अनुपम उपहार है। जिसमें घटारानी, झरझरा और जतमाई का झरना का मनोरम दृश्य अत्यन्त मनोहारी और लुभावना दृश्य देखते ही बन रहा है। जहां मंदिरों में माता के दर्शन वन्दन पश्चात वनों घाटी अनगढ़ पत्थर लता बेला आदि नैसर्गिक दृश्य मन में शांति और सूकून देता है। यही कारण है कि यहां छत्तीसगढ के सभी हिस्सों सहित देश विदेश के पर्यटकों का इनाम होता है जो जिले और अंचल के गौरव का विषय है।