हमारे लिए राजनीति नहीं, देश की सुरक्षा सर्वोपरि है: पीएम मोदी
अग्निपथ योजना पर सवाल उठाने वालों को प्रधानमंत्री ने दिया जवाब
नई दिल्ली(विश्व परिवार)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अग्निपथ योजना पर सवाल उठाने वालों को आड़े हाथों लिया है। कारगिल विजय दिवस के अवसर पर वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद उन्होंने सेना को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अग्निपथ सेना के लिए रिफॉर्म है। वहीं, उन्होंने इस योजना का जिक्र करते हुए बिना नाम लिए कांग्रेस समेत विपक्षी दलों पर निशाना साधा।
अग्निपथ योजना में पेंशन पर क्या बोले पीएम मोदी?
उन्होंने कहा कि कुछ लोग ये भ्रम भी फैला रहे हैं कि सरकार पेंशन के पैसे बचाने के लिए ये योजना लेकर आई। मैं ऐसे लोगों से पूछना चाहता हूं कि आज की भर्तियों के लिए पेंशन का सवाल तो 30 साल बाद उठेगा। सरकार आज क्यों उसके लिए फैसला लेती? उसे तबकी सरकारों के लिए छोड़ती। लेकिन,हमने सेनाओं द्वारा लिए गए इस फैसले का सम्मान किया है क्योंकि हमारे लिए राजनीति नहीं, देश की सुरक्षा सर्वोपरि है।
I am astonished by the mindset of some individuals. What has happened to their reasoning and intellect?
Can someone explain to me the logic behind demanding pensions for those who join the service today during Modi's tenure?
They will only receive their pensions after 30… pic.twitter.com/BeMnM0cMVH
— BJP (@BJP4India) July 26, 2024
पीएम मोदी ने विपक्ष पर साधा निशाना
पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए आगे कहा, “दशकों तक संसद से लेकर अनेक कमेटियों तक में सेनाओं को युवा बनाने पर चर्चाएं होती रही हैं। भारत के सैनिकों की औसत आयु ग्लोबल एवरेज से ज्यादा होना, ये हम सबकी चिंता बढ़ाता रहा है। इसलिए यह विषय वर्षों तक अनेक कमेटियों में भी उठा, लेकिन देश की सुरक्षा से जुड़ी इस चुनौती के समाधान की पहले इच्छाशक्ति नहीं दिखाई गई। शायद कुछ लोगों की मानसिकता ही ऐसी थी कि सेना मतलब, नेताओं को सलाम करना,परेड करना।”
सेना मतलब देश की सीमाओं को सुरक्षा की गारंटी: प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे लिए सेना मतलब, 140 करोड़ देशवासियों की आस्था करना, हमारे लिए सेना मतलब 140 करोड़ देशवासियों की शांति की गारंटी, हमारे लिए सेना मतलब देश की सीमाओं को सुरक्षा की गारंटी। अग्निपथ योजना के जरिए देश ने इस महत्वपूर्ण सपने को एड्रेस किया।