रायपुर(विश्व परिवार)। सीजीपीएससी भर्ती घोटाला मामले में छत्तीसगढ़ के रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग, भिलाई समेत कई शहरों में सीबीआई की छापेमार कार्रवाई चल रही है. इस बीच वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने एक्स पर एक पोस्ट किया है. उन्होंने लिखा है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के पांच साल के शासनकाल में माफियाराज ने पीएससी में भ्रष्टाचार कर युवाओं के भविष्य को दांव पर लगा दिया. अब सुशासन के दौर में भ्रष्टाचारी बेनकाब होंगे. युवाओं के साथ अन्याय नहीं चलेगा, उन्हें न्याय मिलेगा।
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) घोटाला मामले में सीबीआई ने आज सुबह पीएससी के पूर्व चेयरमैन टामन सोनवानी, राज्यपाल के पूर्व सचिव आईएएस अमृत खलको और कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ला के निवास समेत कई स्थानों पर दबिश दी है. मिली जानकारी के अनुसार राज्य पाल के पूर्व सचिव आईएस अमृत खलको के भिलाई स्थित तालपुरी कालोनी में सीबीआई की टीम पहुंची. जहां सीबीआई सीजी पीएससी घोटाले में छानबीन कर रही है. PSC घोटाले मामले में सीबीआई जांच शुरू होने के बाद राज्यपाल के सचिव पद से अमृत खलको को हटा दिया गया था।
वहीं रायपुर में पीएससी के पूर्व चेयरमैन टामन सोनवानी के निवास स्वर्णभूमि समेत तीन स्थानों पर सीबीआई ने दबिश दी. इसके साथ ही बिलासपुर में कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ला के यदुनंदन नगर और तिफरा क्षेत्र के नए बस स्टैंड के पास स्थित मकान पर CBI ने छापेमारी की है. राजेंद्र शुक्ला के बेटे स्वर्णिम शुक्ला का चयन आदिमजाति कल्याण विभाग के असिस्टेंट डायरेक्टर पद पर हुआ था. सीबीआई की टीम इन सभी स्थानों में दबिश देकर CGPSC घोटाले की जांच कर रही है।
बता दें कि तत्कालीन अध्यक्ष, अधिकारियों और राजनेताओं के परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों को पीएससी 2022 (CGPSC 2022) के दौरान जिला कलेक्टरेट और डिप्टी एसपी के रूप में नियुक्त किया गया था. नियुक्त के बाद इसपर धांधली का मामला उठा था. जिसके बाद प्रदेश में बीजेपी की सरकार आने के बाद मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है. जिसके बाद आज सुबह मामले की जांच के लिए सीबीआई की टीम ने कई स्थानों में छापेमारी की है।