रायपुर (विश्व परिवार)। अयोध्या में भगवान श्री राम के भव्य मंदिर का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है. रामलला के नवनिर्मित मंदिर में श्री राम की प्राण-प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होगी. इसी कड़ी में आज राजधानी के सदियों पुराने महामाया मंदिर से श्री राम मंदिर प्रांत प्रतिष्ठा गृह संपर्क अभियान समिति द्वारा 14 नगरों के लिए अयोध्या से लाए गए अक्षत कलश के वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. अक्षत कलश का राज्य के विभिन्न शहरों में भव्य स्वागत किया गया और शोभा यात्रा निकाली गई.इस ख़ास मौके पर विश्व हिंदू परिषद के प्रांत सह मंत्री घनश्याम चौधरी ने कहा कि अयोध्या में राम जन्मभूमि में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए 500 से अधिक वर्षों तक संघर्ष किया गया, लाखों लोगों ने प्राणों की आहुति की. आज हमारा सौभाग्य है कि हमें भव्य मंदिर में रामलला के विराजने का उत्सव मनाना है. घनश्याम चौधरी ने इसके लिए समस्त हिंदू समाज का आवाहन करते हुए कहा की अयोध्या से आया हुआ अक्षत, राम का चित्र और तीर्थ क्षेत्र का पत्रक लेकर रायपुर के सभी हिंदू घरों में 1 से 15 जनवरी के बीच सभी कार्यकर्ता जाए और 22 जनवरी 2024 को निकट के मंदिर में इकट्ठा होकर 11 से 1 बजे के बीच प्राण प्रतिष्ठा समारोह में सम्मिलित होने का सौभाग्य प्राप्त करें. वहीं शाम को हर घर में दीप उत्सव कर इस ऐतिहासिक दिन को यादगार बनाएं । सभी राम भक्त मार्च 2024 से अयोध्या पहुंचकर मंदिर दर्शन का सौभाग्य प्राप्त कर सकते हैं.
- राजधानी में कलश यात्रा प्रभात फेरी
बता दें कि रायपुर के राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा गुह संपर्क अभियान समिति की ओर से आगामी 17 दिसंबर को रायपुर के सभी बस्तियों में 24 दिसंबर को सभी मोहल्लों में बैठक, कलश यात्रा, प्रभात फेरी आदि कायक्रमों का आयोजन किया जाएगा. 22 जनवरी 2024 को सभी मंदिर में सभी समाज जनों की सहायता से उत्सव मनाया जाएगा. आज अयोध्या से लाए गए अक्षत कलश के वितरण के अवसर पर महामाया मंदिर के व्यवस्थापक दुर्गा प्रसाद पाठक, भास्कर राव किन्हेकर, महेश बिड़ला और जितेन्द्र मौजूद थे.