नई दिल्ली(विश्व परिवार)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मंत्रिपरिषद के सहयोगियों के साथ मैराथन बैठक की। बैठक में मंत्रियों के अलावा नौकरशाह भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री ने सरकार में शामिल सहयोगी मंत्रियों और नौकरशाहों को महिलाओं और गरीबों से जुड़े मुद्दों पर सक्रियता दिखाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि समस्याओं को दूर करने के लिए सामाजिक नीतियों को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए। सूत्रों ने बताया कि बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित सुषमा स्वराज भवन में पीएम मोदी की अध्यक्षता में लगभग पांच घंटे की बैठक हुई। इस बैठक में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिन के एजेंडे पर हुई प्रगति का जायजा लिया गया।मैराथन बैठक के दौरान मंत्रियों और नौकरशाहों से पीएम मोदी ने क्या कहा?
पीएम मोदी ने मंत्रियों और शीर्ष नौकरशाहों से कहा, सरकार ने पिछले 10 वर्षों में अच्छा काम किया है। अगले पांच वर्षों तक भी इसी गति से काम करेंगे। उन्होंने मंत्रियों और अधिकारियों से कहा कि उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया है कि विकास उसी गति से जारी रहेगा जैसा कि पिछले दशक में रहा क्योंकि उन्हें उन पर भरोसा है। बैठक में बुनियादी ढांचे और युवाओं के बीच कौशल में सुधार को लेकर हो रहे प्रयासों पर भी बात हुई। पीएम मोदी ने मंत्रियों से कहा, बुनियादी ढांचे और कौशल क्षेत्रों के लिए निर्धारित लक्ष्यों को हासिल करने के लिए गतिशक्ति मंच और मिशन कर्मयोगी का अधिकतम इस्तेमाल किया जाए।
नई योजनाओं और नीतिगत फैसलों के बारे में जागरुकता फैलाने की अपील
सूत्रों के मुताबिक बैठक के दौरान महिलाओं, गरीबों, युवाओं और किसानों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई। बैठक में विभिन्न सरकारी विभागों के सचिव भी शामिल हुए। बता दें कि पीएम मोदी ने अपने मंत्रिपरिषद सहयोगियों के साथ विगत 9 जून को शपथ ली थी। पदभार संभालने के लगभग 80 दिनों के बाद हुई मैराथन बैठक में पीएम मोदी ने नई योजनाओं और नीतिगत निर्णयों के बारे में जागरुकता फैलाने पर जोर दिया। बता दें कि लगातार तीसरी बार सत्ता संभाल रहे प्रधानमंत्री मोदी की टीम में इस बार तेदेपा और जदयू जैसे सहयोगी दलों के मंत्री भी मौजूद हैं।
रिटायर होने से पहले कैबिनेट सचिव राजीव गौबा का अंतिम प्रस्तुति
100 दिवसीय एजेंडे पर आधारित सरकार की भावी नीतियों और योजनाओं के कार्यान्वयन को लेकर विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भी अलग-अलग मंत्रालयों की तरफ से प्रस्तुति दी। सरकार के प्रमुख फैसलों पर निवर्तमान कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने प्रस्तुति दी। बता दें कि गौबा का कार्यकाल पूरा हो चुका है। उनकी जगह अब टीवी सोमनाथन अगले कैबिनेट सचिव का पदभार संभालेंगे। गौबा के अलावा बैठक में मौजूद अन्य अधिकारियों ने 2047 तक ‘विकसित भारत’ का लक्ष्य हासिल करने को लेकर हो रहे कामकाज पर विस्तृत प्रस्तुतियां दीं। बैठक में शिक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने 2047 तक विकसित भारत के लिए कौशल विकास रूपरेखा पर एक प्रस्तुति दी।
80 दिनों के भीतर लाखों करोड़ की परियोजनाओं को मंजूरी
बता दें कि केंद्र सरकार बुनियादी ढांचे के विकास से जुड़ी 2.30 लाख रुपये से अधिक की परियोजनाओं को मंजूरी दे चुकी है। पहले 80 दिनों में ही NDA सरकार ने 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए नई रेलवे लाइन, बंदरगाहों, हवाई अड्डों और औद्योगिक स्मार्ट शहरों के निर्माण से जुड़ी हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दे चुकी है।