नई दिल्ली(विश्व परिवार)। पश्चिम बंगाल में महिला डॉक्टर के खिलाफ हिंसा की घटना पर पूरे देश में उबाल है। अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने भी महिला डॉक्टर के रेप और हत्या मामले की निंदा की है और इसे ‘बहुत दुर्भाग्यपूर्ण’ बताया।
आरएसएस की समन्वय बैठक में अत्याचारों से पीड़ित महिलाओं को शीघ्र न्याय दिलाने के लिए कानूनों और दंडात्मक कार्रवाइयों की समीक्षा की आवश्यकता पर बल दिया।
कोलकाता कांड पर हर कोई चिंतितः आरएसएस
आरएसएस अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा कि बैठक में कोलकाता के अस्पताल में 31 वर्षीय महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की घटना पर विस्तार से चर्चा की गई। आंबेकर ने कहा कि यह एक “बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना” थी और “हर कोई इससे चिंतित है”।
उन्होंने कहा कि देश में इसी तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं, उन्होंने कहा कि बैठक में सरकार की भूमिका, आधिकारिक तंत्र, कानून, दंडात्मक कार्रवाई और प्रक्रियाओं पर चर्चा की गई।
पांच मोर्चों पर चलेगा अभियान
आरएसएस बैठक में ये फैसला हुआ कि संघ पांच मोर्चों पर अभियान चलाएगा। इनमें शामिल हैं…
संस्कार
कानून मोर्चा
जागरुकता
शिक्षा
आत्मरक्षा
पीड़ित को न्याय दिलाने का काम तेज हो
सुनील आंबेकर ने कहा कि उनका मानना है कि इन सभी मामलों पर फिर से विचार करने की जरूरत है, ताकि हम उचित प्रक्रिया अपना सकें, त्वरित प्रक्रिया अपना सकें और पीड़ित को न्याय दिला सकें। 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। मामले में एक नागरिक स्वयंसेवक को गिरफ्तार किया गया है।