इस पहल का लक्ष्य पूरे गुजरात में लगभग 24,800 वर्षा जल संचयन संरचनाओं का निर्माण करना है
इसका उद्देश्य जल संरक्षण को राष्ट्रीय प्राथमिकता बनाने के प्रधानमंत्री के संकल्प को पूरा करना है
नई दिल्ली(विश्व परिवार)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 6 सितंबर, 2024 को दोपहर 12:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सूरत, गुजरात में ‘जल संचय जनभागीदारी पहल’ के शुभारंभ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करेंगे।
जल सुरक्षा के बारे में प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाते हुए, इस पहल का उद्देश्य सामुदायिक भागीदारी और स्वामित्व पर ज़ोर देते हुए जल संरक्षण करना है और यह समग्र समाज और समग्र सरकार के दृष्टिकोण से संचालित है। गुजरात सरकार के नेतृत्व में जल संचय पहल की सफलता के आधार पर, जल शक्ति मंत्रालय, राज्य सरकार के सहयोग से, गुजरात में “जल संचय जन भागीदारी” पहल शुरू कर रहा है। गुजरात सरकार ने जल सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित करने के लिए नागरिकों, स्थानीय निकायों, उद्योगों और अन्य हितधारकों को संगठित करने का प्रयास किया है।
इस कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य भर में सामुदायिक भागीदारी से लगभग 24,800 वर्षा जल संचयन संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। ये पुनर्भरण संरचनाएं वर्षा जल संचयन को बढ़ाने और दीर्घकालिक जल स्थिरता सुनिश्चित करने में सहायक होंगी।