• नगर के कटरा व गुदरी स्थित जैन मंदिरों में संचालित होती पाठशालाएं
• नैतिक शिक्षा के साथ बच्चों को मिलता है सरल भाषा में जैनधर्म ग्रंथों का प्रारंभिक ज्ञान
• बचपन से ही धर्म के संस्कारों की होती है आवश्यकता: सौरभ जैन सर्वज्ञ
• धर्म के संस्कारों के बीजारोपण के लिए शिक्षिकाएँ प्रशंसा की पात्र: गौरव जैन नीम
झांसी(विश्व परिवार)। शिक्षक दिवस के अवसर पर भारत विकास परिषद् विवेकानंद झांसी के अध्यक्ष सौरभ जैन सर्वज्ञ एवम् युवा समाजसेवी व 60 बार के रक्तदाता गौरव जैन नीम ने नगर के कटरा व गुदरी जैन मंदिरों में संचालित होने वाली जैन पाठशालाओं की शिक्षिकाओं का सम्मान किया। इस अवसर पर नैतिक शिक्षा के साथ बच्चों को सरल भाषा के द्वारा जैनधर्म ग्रंथों की प्रारंभिक शिक्षा देने के लिए श्रीमति संगीता जैन (मॉम्स बेकरी), नीतू जैन ओम, मीना जैन पड़रा, राखी जैन, प्रियंका जैन, दीप्ति जैन, अर्चना जैन नयाखेड़ा,सीमा नायक, जयंती जैन, प्रिया जैन, पूजा जैन, आकांक्षा जैन रूबी का सम्मान किया गया। इस अवसर पर सौरभ जैन सर्वज्ञ ने कहा कि भौतिकता की चकाचौंध वाली इस दुनिया में बच्चों को धर्म के संस्कारों के साथ नैतिक शिक्षा मूल्यों की बचपन से ही बहुत आवश्यकता है जिससे वह बड़े होकर अपनी संस्कृति की रक्षा करते हुए धर्म का शंखनाद कर सकें और मानवीय संवेदनाएं और सामाजिक सरोकारों को अपने जीवन में धारण करें। इस मौके पर गौरव जैन नीम ने कहा कि जैन पाठशालाओं की समस्त शिक्षिकाएं प्रशंसा की पात्र है जो अपने व्यस्त गृहस्थ जीवन से समय निकालकर निस्वार्थ भाव से समाज के बच्चों को धर्म के संस्कारों का बीजारोपण कर रही हैं। कार्यक्रम के अंत में सभी का आभार प्रमाणिक जैन पाठशाला की संचालिका संगीता जैन ने व्यक्त किया।