दिल्ली(विश्व परिवार)। आतिशी मार्लेना दिल्ली की सीएम बन गईं हैं। शनिवार (21 सितंबर) को आतिशी ने दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। वह राष्ट्रीय राजधानी में सीएम पद संभालने वाली तीनों महिला मुख्यमंत्रियों में से सबसे कम उम्र की महिला सीएम बन गई हैं। आतिशी को उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली के आठवें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद सीएम आतिशी ने पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल के पैर छूकर आशीर्वाद ली। आतिथी के केजरीवाल के पैर छूने का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
आतिशी नीली साड़ी पहनकर सीएम पद की शपथ लेने राजनिवास पहुंची थीं। वहीं, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संजोयक अरविंद केजरीवाल भी उनके साथ राजभवन आए थे। केजरीवाल भी अक्सर नीली शर्ट में नजर आते हैं। आतिशी ने शपथ ग्रहण करने के बाद केजरीवाल के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। कार्यक्रम से पहले आतिशी केजरीवाल से मुलाकात करने सीएम आवास पर गईं थीं।
सीएम की शपथ लेने के बाद आतिशी ने केजरीवाल की तारीफ में कसीदे पढ़े। दिल्ली की नई सीएम ने कहा किमैं, अपने बड़े भाई और राजनैतिक गुरु अरविंद केजरीवाल जी का शुक्रिया अदा करती हूँ कि उन्होंने मुझे दिल्ली के लोगों की देखरेख की ज़िम्मेदारी सौंपी है। अरविंद केजरीवाल जी वो व्यक्ति हैं-
जिन्होंने लाखों बच्चों का भविष्य संवारा
महिलाओं को शिक्षा और रोजगार के अवसर देने के लिए मुफ़्त बस यात्रा की सुविधा दी
दिल्ली के लोगों को मुफ़्त बिजली दी
लोगों को अपने परिवार के किसी सदस्य के लिए अपना घर, ज़मीन गिरवी ना रखनी पड़े इसके लिए मुफ़्त इलाज की सुविधा दी
आतिशी ने आगे कहा कि- केजरीवाल जी ने राजनीति में नैतिकता और ईमानदारी की मिसाल पेश की है। उन्होंने कहा कि उनके लिए अदालत का फ़ैसला काफ़ी नहीं है, वो तब तक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे जब तक जनता की अदालत का फ़ैसला नहीं आ जाता। फ़रवरी में चुनाव हैं अगर दिल्ली की 2 करोड़ जनता ने अरविंद केजरीवाल जी को अपना मुख्यमंत्री नहीं चुना तो BJP उनकी मुफ़्त बिजली बंद कर देगी, मुफ़्त इलाज और महिलाओं का मुफ़्त बस सफ़र बंद कर देगी।
15 सितंबर को सीएम से हटने का ऐलान किया था
बता दें कि कथित शराब घोटाले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के 2 दिन बाद यानी 15 सितंबर को केजरीवाल आम आदमी पार्टी के मुख्यालय पहुंचे थे। तब केजरीवाल ने दो दिन बाद इस्तीफे का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि मैं तब तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा, जब तक जनता अपना फैसला नहीं सुना देती कि केजरीवाल ईमानदार हैं। मैं हर घर और गली में जाऊंगा और जब तक जनता का फैसला नहीं मिल जाता, तब तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा। इसके बाद सीएम पद के लिए आतिशी के नाम का ऐलान हुआ था। पार्टी की विधायक दल की मीटिंग में आतिशी को सीएम बनाने का फैसला लिया गया था