राष्ट्रीय अधिवेशन में दिया गया नारी गौरव सम्मान
महिलाओं को हर क्षेत्र में आगे आकर कार्य करने की आवश्यकता है-शीला डोडिया
विभिन्न संस्कृतियों कार्यक्रमों के विजेताओं को किया पुरस्कृत
देश का सबसे बड़ा महिला सम्मेलन हो रहा है सागर में –विजय धुर्रा
सागर(विश्व परिवार)। समस्या विहीन जिदंगी कर्म के आधीन होती है कर्म के द्वारा यह जीव ऐसी समस्याओं मे आ जाता हैं कि उसे सोचने का समय ही नहीं मिलता हमारे परम पूज्य गुरुदेव ने एक पद दलित माटी की यात्रा महा काव्य के रूप में लिखी हैं जिसमें पेरों में पड़ी माटी कलश वनकर सुशोभित होती है ऐसे ही नारी को अपनी कुशलता से आगे बढ़ ना है नारी एक समस्या हैं उसका भी समाधान किया गया हैं काटा किसी को लग जायें तो वेदना देता हैं तब दूसरा काटा आता हैं काटा ही काटें को निकालता हैं औंर अपनी जाति को बदनामी से बचा लेता हैं एक काटा दुख देता हैं तो दूसरा काटा उस समस्या का समाधान कर देता हैं ऐसे ही कभी सास बहू कभी ननंद बहूं ये एक दूसरे के पूरक ना वनकर सहयोगी बने किसी की निदां से समस्या का समाधान नहीं होगा डडें के बल पर आप समस्या को रोक तो सकते है खत्म नहीं कर सकते जिस काटे से समस्या आती हैं उस को निकाल कर फेकने मे ही हम स्थाई समाधान प्राप्त कर काटे जाति का सम्मान करा देता हैं ऐसे ही नारी को नारी के सम्मान में आगे आना चाहिए उक्त आश्य केउद्गार भाग्योदय तीर्थ सागर में 29वे राष्ट्रीय महिला अधिवेशन को संबोधित करते हुए परम पूज्य निर्यापक श्रमण मुनि पुंगव श्रीसुधासागरजी महाराज ने व्यक्त किए।
इसके पहले संगीत नृत्य के साथ महिला महा समिति द्वारा संगीत नृत्य के साथ मंगलाचरण प्रस्तुत किया गया इसके बाद मध्यप्रदेश महासभा संयोजक विजय धुर्रा ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सन् उन्नीस सो छयानवे में पहली बार जयपुर में शीला डोडिया जी के नेतृत्व में राष्ट्रीय अधिवेशन की शुरूआत हुई थी जो आज विशाल भव्य रूप ले चुकी है आज उत्तर से दक्षिण पूर्व से पश्चिम देशभर की महिला शक्ति परम पूज्य निर्यापक श्रमण मुनि पुंगव श्रीसुधासागरजी महाराज के सान्निध्य में कुछ नया करने जा रही है ये देश का सबसे बड़ा महिला जैन समाज का सम्मेलन हो रहा है।
इस दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष शीला डोडिया ने कहा कि परम पूज्य निर्यापक श्रमण मुनि पुंगव श्रीसुधासागरजी महाराज के आशीर्वाद और उनकी छत्रछाया में हम सब महिलाएं समाज सेवा धर्म संस्कृतिक के क्षेत्र में निरन्तर बढ़ रहे हैं आज भारत के प्रत्येक कोने से पधारी मेरी बहनो का आत्मिये अभिन्नदन है हम सब को सांस्कृतिक धार्मिक क्षेत्र में अभी बहुत आगे बढ़ना है राष्ट्रीय महासचिव इन्दू गांधी ने कहा कि हम सब ने सगंठन के निचले पायदान से काम करना शुरू किया और आज इस मंच तक पहुंचे हैं आप भी एक दिन इस मंच को शेयर करेंगे इसके लिए आपको सभी को लगन से काम करना होगा सालनी बाकलीवाल ने कहा कि आज हम देशभर में विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रही महिलाओं को सम्मानित करने जा रहे हैं।
नारी गौरव सम्मान से आशा रानी पंड्या सहित अन्य को किया सम्मानित
राष्ट्रीय अधिवेशन में परम पूज्य निर्यापक श्रमण मुनि पुंगव श्रीसुधासागरजी के समक्ष अमेरिका में व्यावसायिक स्थल बनाने वाली श्री मति आशारानी पंड्या व्रती श्राविका श्री मति सुसीला पाटनी आर के मार्वल शिक्षा विद् सूर्यकांत जी अजमेर श्री मति मंजू गोधा गुवाहाटी श्री मति तारिका पाटनी उदयपुर बड़र सीमेंट श्री मति शंकू चांदवाड श्री मति कुसुम पडाया सहित अन्य विशेष नेत्रीयो को नारी गौरव सम्मान प्रशस्त पत्र साल श्री फल से सम्मानित किया गया।
सामाजिक सुधार के लिए नारीयो को आगे आना होगा।
उन्होंने कहा कि मेरे कारण उस अधर्मि को भी धर्म स्वीकार करना पड़ा हजारों नारियों से कोई मुहावरा नहीं बना एक खराब नारी के कारण नारी जाति बदनाम हो जाती हैं एक बच्चा कल तक साथ था शादी हुए कि घर टूट गया महिला सम्मेलन से ये सीख लेना है कि घर टूटे नहीं आबाद होना चाहिये।
एक महिला आई महाराजजी सब सुख हैं बस बेटे कि शादी हो जाये तात्कालिक न्याय से शादी हो गई आर्य खंड में वेटी जन्म लेती है स्त्री जन्म नहीं लेते संसार में स्त्रियों की निंदा की गई है वेटी की निंदा नहीं की गई वेटी का तो सम्मान होता है हम मुनि महाराज हर समय मुनि महाराज का ही है यहां से जाये तो ये संकल्प लें कर जाये कि एक वेटी पत्नी या मां के रूप में निकले सारे संसार में ये चर्चा होती रहती है कि रिषभदेव ने बेटियों के लिए स्वयं शिक्षा दी अपने सगे भाईयों को साथ पड़ने नहीं दिया।