डोंगरगढ़(विश्व परिवार)। प्रातः स्मरणीय संत शिरोमणि समाधिस्थ आचार्य 108 श्री विद्यासागर महाराज जी एवं नवीन आचार्य 108 श्री समयसागर महाराज जी के आशीर्वाद से छत्तीसगढ़ के प्रथम नवोदित श्री दिगम्बर जैन चंद्रगिरी अतिशय महातीर्थ क्षेत्र डोंगरगढ़ में प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी दिनांक 2 अक्टूबर 2024 दिन बुधवार को छत्तीसगढ़ स्तरीय सामूहिक क्षमावाणी एवं अहिंसा दिवस के रूप में मनाया गया। दोपहर 2 बजे आचार्य श्री कि समाधिस्थल पर आचार्य भगवन कि पूजन बाल ब्रह्मचारी नितिन भैया जी (खुरई) एवं बाल ब्रह्मचारी दीपक भैया जी (टेहराहा) के मार्गदर्शन में गाजे – बाजे के साथ हर्षोलाश के साथ कि गयी। दोपहर 3 बजे से प्रतिभास्थली ज्ञानोदय विद्यापीठ कि बालिकाओं एवं जैन समाज डोंगरगढ़ के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमे मनमोहक नृत्य एवं नाटक कि प्रस्तुति छात्राओं और बच्चों द्वारा दी गयी एवं विद्यागुरु संस्मरण सभा का आयोजन किया गया जिसमे गुरु भक्तों ने गुरूजी के ससंघ सानिध्य में बिताये वो दुर्लभ पलों को यादकर अपने – अपने संस्मरण सुनाये। शाम 4 बजे से सामूहिक क्षमा याचना शुरू हुई जिसमे सभी ने एक दूसरे से क्षमा मांगी कि जाने – अंजाने में कोई कार्य से दुःख पहुचाया होगा तो उसके लिये क्षमा करना आदि एवं शाम 5 बजे से सामूहिक वात्सल्य भोज हुआ। श्री दिगम्बर जैन चंद्रगिरी तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष सेठ सिंघई श्री किशोर जैन ने छत्तीसगढ़ के राजनंदगांव, दुर्ग, भिलाई, रायपुर, तिल्दा, बिलासपुर, भाटापारा, अकलतरा, आदि एवं अन्य प्रदेश से आये सभी दिगम्बर जैन समाज के पदाधिकारियों को धन्यवाद दिया कि उन्होंने सम्पूर्ण समाज के साथ अपनी उपस्थिति दी एवं उक्त कार्यक्रम को सफल बनाया।