नई दिल्ली(विश्व परिवार)। जिसका इंतजार पाकिस्तान को था आखिरकार वो पल उसके नसीब में आ ही गया। 9 साल के अंतराल के बाद पहली बार भारतीय प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान की सरजमीं पर उतर चुका है। शंघाई कॉरपोरेशन आर्गनाइजेशन की बैठक में हिस्सा लेने के लिए जयशंकर से पहले उनका प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान पहुंच चुका है। एससीओ बैठक से पहले भारतीय प्रतिनिधिमंडल की तैयारियां पाकिस्तान में शुरू हो चुकी है। इसके साथ ही पाकिस्तान में शंघाई ऑर्गनाइजेशन कॉरपोरेशन के शिखर सम्मेलन का सिलसिला। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के इस्लामाबाद दौरे से पाकिस्तान बहुत उत्सुक है। पाकिस्तान में बड़े स्तर पर मंत्री अलग अलग तरह से इस बात को उठाने की कोशिश कर रहे हैं कि भारत के साथ पाकिस्तान की कोई द्विपक्षीय बातचीत हो जाए। हालांकि ऐसा होना असंभव है क्योंकि भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर खुद ये कह चुके हैं कि वो पाकिस्तान द्विपक्षीय बातचीत के लिए नहीं जा रहे हैं। इस पर बहुत नाउम्मीदी के साथ पाकिस्तान विदेश मंत्रालय की तरफ से प्रतिक्रिया भी दी गई।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मुमताज बलोच ने भी कहा कि विदेश मंत्री जयशंकर अपना जवाब बता चुके हैं। यानी ये साफ हो चुका कि भारत और पाकिस्तान के बीच कोई बातचीत नहीं होगी।