कुलचारा(विश्व परिवार)। श्री 1008 विघ्नहर पार्श्व नाथ दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र कुलचाराम तेलंगाना में साधना महोदधि, तप शिरोमणि अंतर्मना आचार्य श्री 108 प्रसन्न सागर जी महाराज की संघस्थ आर्यिका प्रशांत मति माता जी की 69 दिन से निरंतर चल रही सल्लेखना के पश्चात समाधि पूर्वक मरण हुआ समाधि की पराकाष्ठा,समता की जननी,वात्सल्य की मुर्ति सहज साध्वी ने आज सुबह 10:40 पर अरिहंत सिद्ध का ध्यान करते हुये अपनी अन्तिम स्वासो को विदा किया । सबसे क्षमा ,सबको क्षमा बोलते बोलते उन्होंने सल्लेखना पूर्वक उत्कृष्ट समाधि धारण की।